रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे घाटी के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. भारी बारिश के कारण केदारनाथ-ऋषिकेश नेशनल हाईवे के अलावा अन्य 12 लिंक मार्गों भी भूस्खलन की वजह से बंद पड़े हुए हैं. सबसे ज्यादा बुरे हालात केदारनाथ-ऋषिकेश नेशनल हाईवे के है, जो पिछले सात दिनों से बंद पड़ा हुआ है.
केदारनाथ-ऋषिकेश नेशनल हाईवे के बंद होने से केदार घाटी का संपर्क जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से कट गया है. जिससे केदारनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई है. जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ हाईवे पर सीतापुर और गौरीकुंड में बड़ी पार्किंग के समीप भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आ गया था. जिस कारण राजमार्ग पर आवाजाही ठप है. ऐसे में तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पांच किमी का सफर पैदल ही तय करना पड़ रहा है. हालांकि, बांसबाड़ा, भीरी और फाटा में आवाजाही तो रही है, लेकिन यहां भी रात के समय हाईवे पर मलबा गिर रहा है. इसके अलावा सीतापुर में हाईवे बंद पड़ा हुआ है. जिसे खोलने में विभाग जुटा हुआ है.
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गौरीकुंड के पास भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आने से हाईवे पिछले सात दिनों से बंद पड़ा हुआ है. हाईवे को खोलने के लिए विभाग ने एक ही जेसीबी मशीन लगा रखी है, इसीलिए हाईवे खोलने में ज्यादा समय लग रहा है. हाईवे बंद होने से केदारनाथ जाने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है, जहां पहले प्रतिदिन 100 से 150 तीर्थयात्री केदारनाथ जा रहे थे. वहीं, अब तीस से चालीस यात्री ही धाम जा रहे हैं. जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी ने कहा कि ऑल वेदर कार्य के चलते राजमार्ग की हालत खस्ता हो गयी है. केदारघाटी की जनता और केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, वह पिछल दो दिनों से आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं.
ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ी