रुद्रप्रयाग: विधानसभा के बजट सत्र में शिरकत करने के लिए केदारनाथ विधायक मनोज रावत अपने 6 साथियों के साथ साइकिल से गैरसैंण के लिए रवाना हुए. केदारघाटी के गबनी गांव चन्द्रापुरी से साइकिल यात्रा शुरू करते हुए केदारनाथ विधायक ने कहा कि गैरसैंण में होने वाले बजट सत्र को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. अन्य राज्यों में बजट सत्र एक माह से अधिक का होता है. उत्तराखंड सरकार सत्र को महज चार दिन में निपटा रही है.
साइकिल से गैरसैंण के लिए रवाना हुए केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि वह लोगों को जागरुक करते हुए गैरसैंण पहुंचेंगे, ताकि जनता को समझ आ सके कि सरकार उनके हक-हकूक के साथ यहां की जमीन को बाहरी लोगों को बेचने पर आमदा है. गैरसैंण में होने वाले बजट सत्र को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. वह गैरसैंण को पूर्णकालिक राजधानी देखना चाहते हैं, मगर विधानसभा सत्र आयोजित कर इतिश्री की जा रही है.
साइकिल से गैरसैंण रवाना हुए केदारनाथ विधायक ये भी पढ़ें:DM ने की 'मां' ऐप की समीक्षा, जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को मिलेगी एयर एंबुलेंस की सुविधा
केदारनाथ विधायक ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बजट सत्र में राज्य के विकास को लेकर गहन मंथन की परम्परा है, लेकिन राज्य सरकार ऐसा करने के लिए तैयार नहीं है. जंगली जानवरों से हो रहे खेती और मानव के नुकसान पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि उनके द्वारा कई बार विधानसभा में यह गंभीर सवाल उठाया गया.
प्रदेश में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार घूम रहे हैं. सरकार रिक्त पदों की विज्ञप्ति तक नहीं निकाल पा रही. फॉरेस्ट गार्ड की परीक्षा गड़बड़ी की भेंट चढ़ गई. उत्तराखंड में 2017 के बाद पीसीएस की परीक्षा नहीं हो पाई. प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने तहसीलों, महाविद्यालयों, आईटीआई, पॉलीटेक्निक आदि खोलने का शासनादेश जारी किया था. मौजूदा सरकार इन्हें खोलना तो दूर, खुले हुए संस्थानों को भी बंद कर रही है.