रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने में एक सप्ताह से भी कम का समय रह गया है. लेकिन केदारनाथ हाईवे की स्थिति अभी तक दुरुस्त नहीं हो पाई है. यात्रा शुरू होने से ठीक पहले हाईवे का सुधारीकरण का कार्य शुरू किया गया, जो कि अभी तक पूरा नहीं हो पाया है और आने वाले यात्रा सीजन में हाईवे पर सफर करने में यात्रियों को जाम के साथ-साथ अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. केदारनाथ हाईवे की सबसे बुरी स्थिति कुंड से गुप्तकाशी के साथ ही फाटा और सोनप्रयाग के बीच बनी हुई है.
केदारनाथ हाईवे चौड़ीकरण का काम नहीं हुआ पूरा, तीर्थयात्रियों को खाने पड़ेंगे हिचकोले
केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. लेकिन केदारनाथ हाईवे के सुधारीकरण का काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है. इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने यात्रा शुरू होने से पहले हाईवे के लंबित पड़े कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया है.
नहीं हो पाया हाईवे का काम भी पूरा: 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हो रही है. 21 अप्रैल को बाबा केदार की डोली केदारनाथ धाम के लिये शीतकालीन गद्दीस्थल से रवाना होगी. बाबा की डोली रवाना होते ही यात्रियों की आवाजाही भी शुरू हो जायेगी. केदारनाथ हाईवे के कुंड से सोनप्रयाग तक के लगभग 40 किमी के सफर में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. कुंड से गुप्तकाशी के बीच केदारनाथ हाईवे की सबसे बदहाल स्थिति बनी हुई है. आठ किमी के दायरे में ठीक एक महीने पहले हाईवे सुधारीकरण का कार्य शुरू किया गया है, जो कि अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है. अभी भी हाईवे पर कई कार्य किये जाने हैं.
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यात्रियों को खाने पड़ सकते हैं हिचकोले: इसके अलावा गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के बीच भी हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे बने हुये हैं और ऑल वेदर परियोजना का कार्य आधा-अधूरा किया गया है. ऐसे में यात्रियों को हिचकोले खाकर आवाजाही करनी पड़ सकती है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान का कहना है कि केदारनाथ हाईवे के कुछ जगहों पर चौड़ीकरण का कार्य नहीं हो पाया है. यहां पर कुछ समस्याएं आ रही हैं, जिनका निराकरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात ने भी कार्य करने में परेशानी खड़ी की है. 24 अप्रैल से पहले सभी कार्य पूर्ण करने के प्रयास किये जायेंगे.