रुद्रप्रयागःकेदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज के पावन अवसर पर आज सुबह साढ़े आठ बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद करने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसके लिए बाबा केदार के मंदिर को हजारों टन फूलों से सजाया गया है. वहीं, बाबा केदार की हिमालय से विदाई करने के लिए हजारों श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं. जो बाबा डोली की पैदल यात्रा में शीतकालीन गददीस्थल तक साथ चलेंगे.
बारह ज्योतिर्लिंग में शामिल भगवान केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज के दिन विधिवत पूजा-अर्चना के बाद बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली हिमालय से रवाना होकर लिनचोली, जंगलचटटी, गौरीकुंड, सोनप्रयाग, सीतापुर यात्रा पड़ावों से होते हुए पहले रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी.
ये भी पढ़ेंःगंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से बंद, 6 महीने तक मुखबा में होंगे दर्शन
जिसके बाद 30 अक्टूबर को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली रामपुर से रवाना होकर शेरसी, बडासू, मैखंडा, नारायण कोटी, नाला यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए अंतिम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी.