रुद्रप्रयाग: तेज बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते रुद्रप्रयाग के कई घाट जलमग्न हो गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि राज्य सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर अलकनंदा और मंदाकिनी नदी किनारे घाट बनाए हैं. जो साल के 8 महीने रेत से भरे रहते हैं और मॉनसून के दौरान जलमग्न हो जाते हैं. ऐसे में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को इन घाटों का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.
2017-18 में नमामि गंगे परियोजना के तहत अलकनंदा और मंदाकिनी नदी किनारे करोड़ों रुपए खर्च करके स्नान घाट बनाये गये हैं. मॉनसून में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ते ही यह घाट जलमग्न हो जाते हैं. लगभग दो माह तक पानी में डूबे रहने के बाद जब जलस्तर घटेगा को घाटों सिर्फ मलबा ही नजर आएगा.