रुद्रप्रयागः केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के फेस-2 में होने वाले कामों के लिए एयरफोर्स का मालक वाहक चिनूक हेलीकॉप्टर मंगलवार से केदारनाथ में भारी मशीनें पहुंचाएगा. गौचर हेलीपैड से चिनूक सुबह केदारनाथ के लिए उड़ान भरेगा. गौचर हेलीपैड में ही 3 मशीनें रखी गई हैं, जिन्हें पार्टस के रूप में केदारनाथ पहुंचाया जाएगा.
केदारनाथ में यह दूसरा मौका है, जब एयरफोर्स के मालवाहक का प्रयोग किया जा रहा है. इससे पहले आपदा के दौरान एमआई-26 की ओर से यहां भारी सामान पहुंचाया गया है, जबकि एमआई-17 ने तो कई बार सामान पहुंचाने का काम किया. अब चिनूक का इस्तेमाल किया जाएगा. डीडीएमए लोनिवि के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि मंगलवार को चिनूक गौचर हेलीपैड पहुंचेगा. जिसके बाद भारी मशीनों को केदारनाथ भिजवाने का काम शुरू होगा. इधर, केदारनाथ और गौचर में इसकी तैयारियां की जा रही है.
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बीते 17 अक्टूबर को चिनूक हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से लैंडिंग के दौरान क्षतिग्रस्त हुए वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर के मलबे को उठाया था. यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ मंदिर के पीछे स्थित हेलीपैड पर लैडिंग करते समय क्रैश हो गया था. हादसे में पायलट को हल्की चोटें आई थी. जबकि, हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया था. उस समय वायुसेना ने क्षतिग्रस्त एमआई-17 हेलीकॉप्टर को वहीं छोड़ दिया था.
वहीं, केदारनाथ के धाम में वायुसेना के मालवाहक चिनूक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए हेलीपैड तैयार किया गया है. जिसमें डीडीएमए ने 100 मीटर लंबे और 50 मीटर चौड़े हेलीपैड का विस्तार किया है. इस हेलीपैड को पूरी तरह खुला रखा गया है, जिससे बड़े हेलीकॉप्टर की आसानी से लैडिंग की जा सके. हेलीपैड के पास ही 50-30 का एक कच्चा पैच बनाया गया है, जिसमें एक बड़ी पोकलैंड, एक पिकअप, एक ट्रैक्टर और एक ट्रॉली सहित भारी सामान उतारा जाएगा. इस कार्य में करीब 56 लाख रुपये खर्च किए गए हैं.