रुद्रप्रयाग:जिले का अंतिम गांव गौंडार जल्द सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा. भारत सरकार से गांव के लिए स्वीकृत रांसी-तलसारी तोक-गौंडार मार्ग के निर्माण के लिए वन भूमि हस्तांतरण को हरी झंडी मिल गई है. लोक निर्माण विभाग की ओर से अब जरूरी धनराशि जमा करने पर भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. सबकुछ सही रहा तो लगभग एक वर्ष में गांव तक सड़क बन जाएगी और ग्रामीणों को वर्षों से मीलों पैदल चलने की समस्या से निजात मिल जाएगी.
वन अधिनियम में उलझा 15 साल से सड़क का सपना
दरअसल, गौंडार गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए वर्ष 2004-05 में रांसी-तलसारी-गौंडार पांच किमी सड़क को स्वीकृति मिली थी. लेकिन वन भूमि के कारण मामला फाइलों में ही सिमटा रहा. जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के लंबे संघर्ष के बाद वन भूमि का मसला नोडल, राज्य और अब केंद्र से भी स्वीकृत हो चुका है. इसके बाद गौंडार तक सड़क बनने का रास्ता साफ हो गया है. अब लोनिवि की ओर से वन भूमि के एवज में जरूरी धनराशि जमा करने के बाद भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इसके बाद सर्वेक्षण कर डीपीआर बनाकर शासन को भेजा जाएगा. स्वीकृति के बाद निविदा आमंत्रित होंगी और इन औपचारिकताओं को पूरा करने में लगभग एक से डेढ़ वर्ष लग सकता है. विभाग की मानें तो मार्च 2022 तक गौंडार गांव सड़क से जुड़ जाएगा.