रुद्रप्रयागः प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत निर्माणाधीन गंगतल-बैंजी मोटरमार्ग पहली बारिश में क्षतिग्रस्त हो गया है. सड़क के पुश्ते बहने और दीवारों के टूटने से विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से निर्माण कार्य में गुणवत्ता को दरकिनार किया गया है. इससे पहले ग्रामीण सड़क के डामरीकरण पर भी सवाल उठा चुके हैं. उधर, मामले में विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत करीब 427.15 लाख की लागत से 6.425 किमी लंबी गंगतल-बैंजी मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य लंबे समय से चल रहा है. बीते दिनों डामरीकरण भी मानकों के अनुरूप नहीं किया गया तो स्थानीय जनता में पीएमजीएसवाई के खिलाफ भारी आक्रोश देखा गया था.
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वहीं, कुछ दिन पहले हुई मूसलाधार बारिश सेमोटरमार्गपर 30 फीसदी सुरक्षा दीवारें व पुश्ते बह गए. जिसके बाद विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं. भले ही विभागीय अधिकारी मात्र दो सुरक्षा दीवारों के क्षतिग्रस्त होने की बात कह रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार मोटर मार्ग पर पहली ही बारिश में 30 फीसदी सुरक्षा दीवारें व पुश्ते क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप