रुद्रप्रयाग:जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने जिले के सबसे सीमांत गांव तोषी पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं. उन्होंने हर संभव समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया. सीमांत गांव तोषी पहुंचे जिला पंचायत उपाध्यक्ष का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. पहली बार जिला पंचायत की ओर से किसी के गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने आभार भी व्यक्त किया.
जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने किया गांवों का दौरा सुमंत तिवारी ने सीमांत गांवों का किया दौरा
जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने केदार घाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर जन समस्याएं सुनीं. तिवारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि हर समस्या के निराकरण के लिए सामूहिक पहल की जायेगी. केदारघाटी के सीमांत गांव पहुंचे जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी को ग्रामीणों ने अनेक समस्याओं से अवगत कराया. तिवारी ने कहा कि तोषी गांव को यातायात, संचार, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने के प्रयास किये जाएंगे.
तीर्थाटन और पर्यटन की हैं संभावनाएं
दरअसल इन सीमांत इलाकों के लोगों को सुविधाओं के अभाव में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि गांव में तीर्थाटन एवं पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यहां के तीर्थ एवं पर्यटन स्थलों को विकसित करके ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने के प्रयास किये जाएंगे.
ऑल वेदर रोड निर्माण से आई समस्या बताई
जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने सेमी, नारायण कोटी, कोरखी, मैखण्डा, फाटा, शेरसी, बडासू, रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग, त्रियुगीनारायण आदि गांवों में पहुंचकर जनता से वार्ता की. पूर्व प्रधान सेमी भैंसारी कुंवरी बर्थवाल ने बाराही देवी मन्दिर में दो सोलर लाइट लगाने की मांग की. प्रधान कोरखी ब्यूंग सुनीता देवी ने बताया कि ऑल वेदर रोड के कटान से तथा विगत दिनों बरसात के समय गांव में हुए भूस्खलन से कई मकानों को खतरा बना हुआ है.
बरसात के कारण टूट गई पेयजल लाइन
ब्यूंग गांव में बरसात के कारण पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई है. इस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने विभागीय अधिकारियों से जानकारी मांगी तो विभागीय अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त पेयजल योजना की डीपीआर तैयार कर दी गयी है. प्रधान मैखण्डा चांदनी देवी ने बताया कि आल वेदर रोड के निर्माण से मुख्य मोटरमार्ग से गांवों को जोड़ने वाले पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. उन्होंने मैखण्डा गांव के मध्य महिषमर्दनी देवी को यातायात से जोड़ने की मांग की.
ग्रामीणों ने दिए कई सुझाव
तोषी के प्रधान जगत सिंह रावत ने बताया कि तोषी गांव के चहुंमुखी विकास में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग का सैंक्चुरी वन अधिनियम बाधक बना हुआ है. इसलिए गांव में आज भी यातायात, संचार, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. गांव की 63 वर्षीय महिला दर्शनी देवी ने बताया कि यदि तोषी-वासुकी ताल-केदारनाथ पैदल ट्रैक को विकसित किया जाता है तो गांव में होम स्टे योजना को बढ़ावा मिलने के साथ ही गांव के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.