रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम से लेकर पैदल यात्रा मार्ग के पड़ावों से अभी तक लगभग 40,000 प्लास्टिक की बोतल एकत्रित की गई हैं. यह बोतलें यात्रियों की ओर से फेंकी गई हैं. क्यूआर कोड लगा होने के बावजूद भी कई यात्री बोतलों को रास्ते और धाम में ही छोड़ देते हैं. हालांकि इस बार साफ-सफाई को लेकर प्रशासन की ओर से पहले से ही मुहिम चलाई जा रही है. केदारनाथ पैदल मार्ग सहित केदारनाथ धाम में समय-समय पर सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा इस बार घोड़े-खच्चरों की लीद को भी कम्पोस्ट किया जा रहा है. धाम के बुग्यालों और यात्रा मार्ग पर कहीं भी प्लास्टिक का कूड़ा न फैले, इस बात का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.
केदारनाथ में फैली गंदगी तो PM ने जताई थी चिंता:केदारनाथ धाम की यात्रा जोरों पर है. अभी तक 10 लाख से अधिक यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. वर्ष 2022 की केदारनाथ यात्रा में धाम सहित पैदल मार्ग पर जगह-जगह गंदगी फैल गई थी. जिसके बाद प्रशासन को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी केदारनाथ में फैली गंदगी पर मन की बात कार्यक्रम में चिंता जाहिर की थी. पिछले यात्रा सीजन से प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू की है. गुप्तकाशी से लेकर केदारनाथ धाम तक जितनी भी दुकानें हैं, सभी दुकानों में मिलने वाली प्लास्टिक की बोतल पर क्यूआर कोड लगाया गया है. इस मुहिम के तहत प्रत्येक बोतल पर यात्रियों को दस रुपये अतिरिक्त देने होते हैं और जब यात्री बोतल वापस लाएंगे, तो उन्हें दस रुपये दिये जाएंगे.