रुद्रप्रयाग: क्रौंच पर्वत पर विराजमान देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ में बैकुंठ चतुर्दशी और कार्तिक पूर्णिमा का पर्व देव दीपावली के रूप में मनाया गया. भक्तों ने रात भर अखंड जागरण कर विश्व कल्याण की कामना की, जबकि निसंतान दंपतियों ने हाथों में अखंड दीपक जलाकर कर पुत्र प्राप्ति की कामना की. सैकड़ों श्रद्धालुओं ने रात भर भगवान कार्तिक की 1100 परिक्रमा की.
अखंड दीप जलाकर की पुत्र प्राप्ति की कामना. कार्तिक स्वामी तीर्थ में रविवार शाम को सात बजे से देव दीपावली का शुभारंभ हुआ. श्रद्धालुओं ने क्रौंच पर्वत तीर्थ को अखंड दीपक और अनेक प्रकार की रोशनी से जगमग किया. भगवान कार्तिक स्वामी का कुमार लोक रोशन होते ही अखंड जागरण का शुभारंभ किया गया. अखंड जागरण में जैहगी गांव की लोक गायिका रेखा नेगी ने भगवान कार्तिक स्वामी की महिमा पर अनेक जागर गाकर सभी को मंत्रमुग्ध किया.
दूसरे पहर में क्यूजा गांव निवासी रामचन्द्र सिंह नेगी और सतेराखाल निवासी उम्मेद सिंह रावत के भजनों की धूम रही. दूसरे पहर में 12 बजे भगवान शंकर की आरती की गई. तीसरे पहर में सतवीर जग्गी और सुरजी देवी के भजनों की धूम रही. तीसरे पहर की आरती तीन बजे जगत कल्याणी भगवती दुर्गा की आरती उतारी गई. चौथे पहर में प्रदीप राणा, पोगठा, ग्वास, फलासी सहित विभिन्न महिला मंगल दलों के भजनों की धूम रही.
ये भी पढ़ें:अटल आयुष्मान योजना फर्जीवाड़े में बड़ी कार्रवाई, डॉक्टर समेत 2 संचालकों पर केस
भगवान कार्तिक स्वामी की आरती उतार कर देव दीपावली का समापन हुआ. इस पावन अवसर पर निसंतान दंपतियों ने हाथों में अखंड दीपक जलाकर पुत्र प्राप्ति की कामना की. सैकड़ों श्रद्धालुओं ने रात भर भगवान कार्तिक स्वामी की 1100 परिक्रमा की.