रुद्रप्रयाग:मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद से रुद्रप्रयाग जिले के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ ही निचले क्षेत्रों में देर रात से बारिश जारी है. बारिश के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो गया है. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई गई है लेकिन जो यात्री पहले से ही धाम पहुंचे हुए हैं, वे भारी बारिश में छाता लेकर भगवान भोले के दर्शन कर रहे हैं.
इसके अलावा तुंगनाथ एवं मध्यमहेश्वर धाम में भी तीर्थयात्री मौजूद हैं, जो बारिश के कारण रुके हुए हैं. बारिश के कारण ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है. केदारनाथ की पहाड़ियां बर्फ से लकदक हैं. वहीं, केदार यात्रा के विभिन्न पड़ावों में दो दिनों से बिजली व्यवस्था भी ठप पड़ी है. ऐसे में तीर्थयात्रियों एवं व्यापारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बारिश के बावजूद केदारनाथ धाम में यात्रियों की भीड़, उत्तराखंड मौसम विभाग की ओर से 48 घंटे का हाई अलर्ट जारी किया गया है. रुद्रप्रयाग जनपद में देर रात से बारिश जारी है. बारिश के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो गया है. ऊंचाई वाले इलाकों से लेकर निचले क्षेत्रों तक बारिश का कहर जारी है. बारिश के कारण ठंड का प्रकोप भी काफी बढ़ गया है. केदारनाथ, मध्यमहेश्वर, तुंगनाथ, कार्तिक स्वामी सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड काफी बढ़ गयी है.
छाता लेकर बाबा के दर्शन:केदारनाथ में भारी ठंड और बारिश होने के बाद भी श्रद्धालु मंदिर परिसर में छाता लेकर बाबा के दर्शन कर रहे हैं. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई है, लेकिन जो यात्री पहले से ही केदारनाथ धाम पहुंच गये हैं, वे बाबा के दर्शन कर रहे हैं. दर्शन कराने के बाद पुलिस के जवान उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे रहे हैं.
एक लाख से ज्यादा यात्री पहुंचे केदारनाथ धाम: इसके अलावा अन्य यात्रा पड़ावों पर पहुंचे तीर्थयात्रियों को भी जिला प्रशासन एवं पुलिस की टीम सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे रही हैं. रविवार को भी केदारनाथ धाम में 15 हजार के करीब तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किए थे, जिससे केदार यात्रा का आंकड़ा एक लाख पार हो चुका है.
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बरसात के मौसम में केदारनाथ पैदल मार्ग पर सफर करना बेहद खतरनाक है. हालांकि, केदारनाथ में बारिश के बावजूद यात्रियों की भीड़ है. बाबा केदार के भक्त बारिश के बीच मंदिर परिसर में खड़े होकर बाबा केदार के दर्शनों के लिये लाइन में लगे हुये हैं. अभी भी धाम में तीन से चार हजार के करीब यात्री ठहरे हुए हैं. बाबा केदार का मंदिर परिसर पूरी तरह से भक्तों से भरा है और जय बाबा केदार के जयघोषों से गुंजायमान है.
केदारनाथ की चोटियों पर बर्फबारी: केदारनाथ की चोटियों पर भी हिमपात हुआ है. जबकि धाम में लगातार बारिश हो रही है. हजारों की संख्या में बाबा केदार के भक्त यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे हैं. यात्री सोनप्रयाग, गौरीकुंड, फाटा, रामपुर, सीतापुर, गुप्तकाशी सहित अन्य यात्रा पड़ावों पर यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बताया कि केदारनाथ धाम में बारिश जारी है. बारिश के कारण ठंड काफी बढ़ गयी है. उन्होंने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया कि वे जिस स्थान पर हैं, वहां सुरक्षित रहें और बारिश बंद होने के बाद ही केदारनाथ की यात्रा पर निकलें.
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि केदारनाथ यात्रा का सोनप्रयाग से ट्रैक रूट शुरू होता है. यहां से केदारनाथ धाम तक आठ से दस हजार तीर्थयात्रियों के रहने की पूरी व्यवस्था है. इसके अलावा यात्रा के अन्य मुख्य पड़ाव सीतापुर, रामपुर, फाटा, शेरसी व गुप्तकाशी में भी होटल, लॉज मौजूद हैं. यहां भी बड़ी संख्या में रहने की उचित व्यवस्था है. इसके अलावा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर स्कूल एवं कॉलेजों में भी तीर्थयात्रियों के लिए रहने की व्यवस्था बनाई गई है.
गौरीकुण्ड में विद्युत व्यवस्था ठप:केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड में दो दिनों से विद्युत व्यवस्था ठप पड़ी है. इस कारण व्यापारियों एवं तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है. बिना लाइट के तीर्थयात्री खासे परेशान हैं. उन्हें मोबाइल को चार्ज करने में परेशानी हो रही है. व्यापारियों के काम भी नहीं हो पा रहे हैं. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि केदार यात्रा के जिन पड़ावों में विद्युत व्यवस्था ठप पड़ी है, वहां बिजली सुचारू करने के निर्देश संबंधित विभाग को दे दिए गए हैं.