रुद्रप्रयाग: तीन मई से चारधाम यात्रा का आगाज होने जा रहा है. लेकिन जिस यात्रा रूट से देश-विदेश के भक्त सफर करेंगे, उसकी हालत मौजूदा समय में चिंताजनक बनी हुई है. ऐसे में सुगम और सुरक्षित यात्रा के सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. जनपद के अंतर्गत ऑलवेदर सड़क की हालत यह है कि दस किमी के सफर में आधा दर्जन से अधिक भयानक डेंजर जोन हैं. इसके लिए ऑलवेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी संस्थाओं की लचर कार्यप्रणाली जिम्मेदार है.
रुद्रप्रयाग की सीमा में दाखिल होते ही सबसे पहले चारधाम यात्रा मार्ग यानी बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ डेंजर जोन का सामना करना पड़ता है. दशकों से मुसीबत का सबब बना यह डेंजर जोन हालांकि एक-दो वर्षों से शांत है, लेकिन कब बारिश में यह कहर बरपा दे, कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसके बाद खांकरा गांव से लगभग डेढ़ किमी पीछे और दो किमी आगे तीन से चार डेंजर जोन हैं, जो सक्रिय हालत में हैं. ये बारिश होते ही यह आवाजाही में मुसीबत पैदा कर देते हैं. इससे आगे चलकर नरकोटा और जिला मुख्यालय के बीच भी आधा दर्जन के करीब डेंजर जोन हैं, जो गत वर्ष प्रशासन और पुलिस के लिये मुसीबत पैदा कर चुके हैं. जिसके चलते यात्रियों को मयाली से घनसाली होकर आवाजाही करनी पड़ी.
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