रुद्रप्रयाग:नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद केदारनाथ धाम में ई-पास की बाध्यता समाप्त होने के बाद यात्रियों की तादाद बढ़ने लगी है. ई-पास की व्यवस्था के तहत जहां एक दिन में आठ सौ श्रद्धालु ही बाबा केदार के द्वार पहुंच रहे थे, वहीं अब धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या दो हजार के पार हो गई है. संख्या बढ़ने के बाद अब श्रद्धालु को लाइन में लगाकर बाबा केदार के दर्शन कराये जा रहे हैं. हालांकि कोरोना गाइड लाइन का भी धाम में पालन किया जा रहा है.
गौर हो कि केदारनाथ धाम में ई-पास की अनिवार्यता समाप्त होने के बाद हजारों यात्री दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं. श्रद्धालु हेली सेवा और पैदल मार्ग के जरिये बाबा केदार की यात्रा कर रहे हैं. बाबा केदार का मंदिर अब श्रद्धालुओं से भरा पड़ा है. जब तक ई-पास की व्यवस्था थी तो एक दिन में आठ सौ श्रद्धालु ही बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे थे. उन्हें आसानी से बाबा केदार के दर्शन कराये जा रहे थे. लेकिन ई-पास की व्यवस्था समाप्त होने के बाद यात्रियों की संख्या बढ़ने से श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शनों के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है. मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग रही है और बाबा के दर्शनों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
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ई-पास की अनिवार्यता समाप्त होने के बाद पहले दिन 2,300 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं. जबकि अभी तक 16 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शनों के साथ ही भैरवनाथ मंदिर भी पहुंच रहे हैं और बाबा भैरवनाथ का आशीर्वाद ले रहे हैं. वहीं मान्यता है कि बाबा भैरवनाथ के दर्शन बगैर केदारनाथ की यात्रा अधूरी मानी जाती है.
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वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि केदारनाथ आने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. यात्रा मार्ग के विभिन्न स्थानों पर अस्थायी शौचालयों का निर्माण किया गया है. साथ ही सोनप्रयाग, गुप्तकाशी व फाटा के साथ ही गौरीकुंड से केदारनाथ तक 100 सफाई कर्मचारी तैनात किये गये हैं. उन्होंने बताया कि यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर यात्रा पड़ावों में मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित किये गये हैं. स्वास्थ्य केन्द्रों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. केदारनाथ में वेंटिलेटर की व्यवस्था मौजूद है. बेस कैंप और केदारपुरी में स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हो रहे हैं. इसके साथ ही कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किये गये हैं. केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद दी जा रही है.