रुद्रप्रयागः तैला क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब बरामदगी का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो वायरल होने और मामले में कांग्रेस का नाम आने पर जिला कांग्रेस कमेटी को सफाई देनी पड़ी है. कांग्रेस का कहना है कि उनके प्रत्याशी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. अवैध शराब से कांग्रेस प्रत्याशी और पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर जांच की मांग की गई है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने को कहा गया है.
दरअसल, आबकारी विभाग ने रुद्रप्रयाग विधानसभा के तैला क्षेत्र में अवैध शराब का एक जखीरा बरामद किया. मौके से 17 पेटी अंग्रेजी शराब की बरामद की गई और वाहन चालक को पकड़कर पुलिस को सौंपा गया. आबकारी विभाग की टीम मौके से वाहन चालक और शराब की पेटियों को लेकर अपने कार्यालय पहुंची. यहां एक न्यूज पोर्टल की ओर से लाइव फेसबुक प्रसारण दिखाने पर चालक ने बताया कि वो कांग्रेस पार्टी से ताल्लुख रखता है. इसके बाद यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और हर कोई कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ भड़क गया.
शराब मामले में वीडियो वायरल होने पर कांग्रेस ने दी सफाई. ये भी पढ़ेंःरुद्रप्रयाग: आबकारी विभाग की टीम ने पकड़ी 17 पेटी शराब, एक आरोपी को भेजा जेल
सोशल मीडिया पर लोगों की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ कई तरह की टिप्पणी भी की जा रही है. जबकि, कोई इसे षड़यंत्र बता रहा है. ऐसे में कांग्रेस संगठन में भी आक्रोश फैल गया और कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट को मामले में सफाई देनी पड़ी.
उन्होंने पार्टी कार्यालय में प्रेस को जारी बयान में कहा कि यह कांग्रेस प्रत्याशी की छवि को धूमिल करने का काम किया जा रहा है. शराब बांटने की जरूरत कांग्रेस और उनके प्रत्याशी को नहीं है, बल्कि विपक्षियों को है. जिन्होंने जनहित में कभी काम किया ही नहीं, उल्टा अपनी हार सामने देख कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने का घृणित कार्य किया जा रहा है.
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जिलाध्यक्ष बिष्ट ने कहा कि मौजूदा समय में जिस तरह रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मजबूत जनसमर्थन है और जनता बदलाव चाहती है. इसी वजह से विपक्षी घबरा गए हैं और बिना वजह बदनाम करने का घटिया काम किया जा रहा है. साथ ही कहा कि ऐसे षड़यंत्रों से न तो कांग्रेस की छवि पर प्रभाव पडे़गा और न ही प्रत्याशी की मजबूत जनछवि एवं जनसमर्थन पर. मामले में पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की ओछी हरकत कर जनता को गुमराह करना दुर्भाग्यपूर्ण है.