रुद्रप्रयाग: पिछले दस सालों से बीमारी से जूझ रहे विकासखंड ऊखीमठ के तुलंगा गांव निवासी कमल सिंह की मदद के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाथ आगे बढ़ाए हैं. सोशल मीडिया में डाली गई पोस्ट का संज्ञान लेने के बाद सीएम त्रिवेंद्र ने अपने आर्थिक सलाहकार को जिला प्रशासन से जानकारी जुटाने को कहा. इसके अलावा पोस्ट डालने वाले व्यक्ति से भी संपर्क किया और पीड़ित परिवार के बारे में पूछताछ की.
दरअसल, गुप्तकाशी के सामाजिक कार्यकर्ता और उपहार समिति के अध्यक्ष विपिन सेमवाल ने अपने फेसबुक पेज पर विकासखंड ऊखीमठ के तुलंगा निवासी कमल सिंह पुत्र स्वर्गीय प्रताप सिंह की पोस्ट डाली थी. जिसमें उन्होंने पीड़ित परिवार की परेशानी को बयां किया था. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि कमल सिंह अपनी मां के साथ चार सालों से टेंट में रह रहे है. पहले ये लोग कच्चे मकान में रहते थे, लेकिन वो पूरी तरह टूट गया है. परिवार के पास नया घर बनाने के लिए रुपए नहीं है. ऐसे हालात में कमल और उसकी मां शिवदेई देवी किसी तरह से टेंट में अपना जीवन यापन कर रहे हैं.
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कमल सिंह दस सालों से ऐसी बीमारी से जूझ रहा है, जिसका कोई इलाज नहीं है. कमल ने आर्थिक विपन्नता के बावजूद एमए बीएड किया है. वह अपनी मां का सहारा बनना चाहता था, मगर शरीर में सेल्स (कोशिका) कम होने के कारण उसके पांव कमजोर होने लगे और आज स्थिति यह है कि वह टेंट के भीतर ही अपना जीवन काट रहा है. कमल एक स्थान पर ही बैठकर नीयति को कोस रहे हैं.
चार साल से अस्थाई तंबू में रहकर मां और बेटा सुखद सवेरे का इंतजार कर रहे हैं. एक खेत बेचकर किसी तरह दो कमरों की चिनाई तो कर दी, मगर अब लेंटर डालने तक के पैंसे नही हैं. रुपए की समस्या होने के कारण पांच माह से मकान का काम अधर में लटका पड़ा है.