रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा में यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही चौलाई के लड्डू की डिमांड भी बढ़ती जा रही है. जिसको पूरा करना प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गया है. लड्डू न मिलने से जहां व्यापारी वर्ग में गुस्सा देखा जा रहा है, वहीं केदारनाथ आ रहे तीर्थयात्रियों को भी चौलाई के लड्डू के लिए परेशान होना पड़ रहा है.
केदारनाथ में चौलाई के लड्डूओं की भारी डिमांड. नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट दर्शन के लिए खोले गये थे. कपाट खुलने के बाद से अबतक बाबा केदार के धाम में 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु महादेव के दर्शन कर चुके हैं. हर दिन 25 से 35 हजार के बीच तीर्थयात्री केदार धाम पहुंच रहे हैं. जिससे धाम की रौनक बढ़ने के साथ ही व्यापारियों को भी फायदा पहुंच रहा है.
इस बार केदार यात्रा पर आ रहे श्रद्धालु चौलाई के लड्डू को काफी पसंद कर रहे हैं. पिछले साल केदार प्रसाद के नाम से योजना को शुरू किया गया था. जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने योजना को संचालित करने के लिए 200 से ज्यादा समूह को कार्य सौंपा गया था.
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बता दें कि 2018 में चौलाई के लड्डू से एक करोड़ का टर्नओवर हुआ था. वहीं इस साल चौलाई के लड्डू की डिमांड अधिक होने लगी है. आलम ये है कि 35 दिनों की यात्रा के भीतर ही अबतक पचास लाख का प्रसाद बेचा जा चुका है. जबकि अभी साढ़े चार माह की यात्रा शेष है. चौलाई के लड्डूओं की बढ़ती मांग के आगे इसे पूरा करना प्रशासन के लिए मुश्किल हो रहा है. जिस कारण व्यापारियों में भारी आक्रोश बना हुआ है.
केदारनाथ व्यापार संघ के अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी ने कहा कि यात्रा से पूर्व जिला प्रशासन और व्यापारियों की बैठक हुई थी. जिसमें प्रशासन की ओर से कहा गया था कि केदारनाथ में इलायची दाना को बंद करते हुए चैलाई के लड्डूओं का ही प्रसाद बेचा जायेगा.
उन्होंने बताया कि प्रशासन की इस बात पर व्यापारियों ने भी हामी भरी थी. लेकिन अब चैलाई के लड्डूओं की डिमांड को पूरा नहीं किया जा रहा है. व्यापारियों की समझ में नहीं आ रहा है कि वे अब चौलाई की जगह कौन सा प्रसाद व्यापारियों को बेचें.
वहीं, दूसरी ओर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल बताते हैं कि केदारनाथ में चौलाई के लड्डूओं को प्रसाद के रूप में बेचने का मकसद यह था कि स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिले. साथ ही तीर्थयात्रियों को स्थानीय उत्पाद से भी रूबरू करवाया जाए. केदारधाम में चौलाई के लड्डूओं को बहुत ही ज्यादा पसंद किया जा रहा है. इस साल भारी तादाद में तीर्थयात्री केदारधाम पहुंच रहे हैं. ऐसे में डिमांड को पूरा किया जाना मुश्किल हो रहा है.
उन्होंने बताया कि 200 ज्यादा समूह चौलाई के लड्डूओं का प्रसाद बना रही हैं. लड्डूओं की कमी को देखते हुए अन्य संस्थाओं को भी लड्डू बनाने के लिए कहा गया है. डीएम कहते हैं कि जिला प्रशासन का मकसद है कि केदारनाथ धाम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए. जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके और उन्हें घर में ही रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके.