रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज (बुधवार) पुजारी शिव शंकर लिंग की मौजूदगी में सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं. इस दौरान मंदिर के कपाट खोलने के कार्यक्रम से जुड़े कुल 16 लोग ही धाम में मौजूद थे. कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं को इस बार धाम जाने की अनुमति नहीं मिली.
तड़के तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रकिया शुरू हो गई थी. पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए. मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई. इसके बाद भैरवनाथ जी का आह्वान किया गया. ठीक सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गए. बता दें कि इस बार केदारनाथ धाम के रावल (मुख्य पुजारी) भीमाशंकर लिंग ऊखीमठ में 14 दिनों के लिए क्वांरडाइन है. जिस कारण उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है.
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कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी और पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे. पुजारी शिवशंकर लिंग ने भगवान केदारनाथ जी का जलाभिषेक किया.
कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी. बता दें कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर इस बार श्रद्धालुओ को यात्रा की अनुमति नहीं मिली है. अभी केवल कपाट खोले जा रहे हैं, ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके.