रुद्रप्रयाग:ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के नरकोटा-खांकरा 2 किमी के मेन टनल का पहला ब्रेकथ्रू ग्रामीणों के विरोध के चलते नहीं हो पाया. नरकोटा के ग्रामीणों ने सुबह 7 बजे मैक्स कंपनी का काम रोक दिया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आरवीएनएल और मैक्स कंपनी ग्रामीणों के साथ खिलवाड़ कर रही है. टनल निर्माण से ग्रामीणों के आवसीय भावनों पर दरारें पड़ी हैं, जिसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. स्थानीय युवाओं को कंपनी ने रोजगार नहीं दे रही है. दो साल से आरवीएनएल और मैक्स कंपनी ग्रामीणों को बेवकूफ बना रही है.
ग्रामीणों का आरोप है कि ब्लास्टिंग के चलते उनके मकान जर्जर हो चुके हैं, जिसका उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. ग्रामीणों को समझाने के लिये आरवीएनएल के अधिकारी और प्रशासन की टीम भी पहुंची लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर डटे हुए हैं. आज ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर नरकोटा से खांखरा के बीच दो किमी लंबी मेन टनल का पहला ब्रेकथ्रू होना था. जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने सुबह से ही टनल के मुख्य गेट पर पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया.
नरकोटा के ग्रामीणों ने रुकवाया काम. ग्रामीणों ने कार्य को रोकते हुए टनल के गेट पर ही धरना देना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि टनल निर्माण के लिए होने वाले विस्फोट के कारण उनके मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. जगह-जगह पैदल रास्ते ध्वस्त हो गये हैं. कई बार प्रशासन और आरवीएनएल के अधिकारियों को समस्या से अवगत करा दिया गया है. लेकिन आज तक उन्हे सिर्फ कोरे आश्वासन मिले हैं. इसके अलावा कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीण क्षतिग्रस्त घरों में रह रहे हैं. कभी भी उनके मकान ध्वस्त हो सकते हैं. विरोध कर रही महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तबतक उनका धरना जारी रहेगा.
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मौके पर ग्रामीणों से वार्ता करने पहुंची रुद्रप्रयाग तहसीलदार मंजू राजपूत (Tehsildar Manju Rajput) ने कहा कि ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर रेलवे का कार्य रूकवाया है. ग्रामीणों और रेलवे के बीच वार्ता करने के प्रयास कराये जा रहे हैं लेकिन वार्ता सफल नहीं हो पा रही है.
क्या होता है ब्रेकथ्रू:ऋषिकेश कर्णप्रयाग 125 किमी लंबी रेलवे लाइन के नरकोटा से खांकरा दो किमी मेन लाइन पर पहला ब्रेकथ्रू होना था. यहां पर आज दो किमी सुरंग आर-पार होनी थी. यह सुरंग नरकोटा और खांखरा के बीच में बनाई जा रही है. पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच टनल का निर्माण कार्य किया गया है. कार्यदायी संस्था मैक्स इंफ्रा इंडिया लिमिटेड ने टनल नंबर-12 पैकेज 7ए की इस टनल को आर-पार किया जाना था. रुद्रप्रयाग से 7 किमी दूर नरकोटा और खांखरा के बीच लगभग दो किमी लंबी रेल लाइन टनल आर-पार होनी थी. नरकोटा के ग्रामीणों के विरोध के चलते टनल आज आर-पार नहीं हो पाई.