रुद्रप्रयाग:विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ में प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार अन्नकूट उत्सव परंपरागत रूप से मनाया गया. इस अवसर भोले बाबा को नए अनाज का भोग लगाया गया. हालांकि इस बार कोरोना के कारण श्रद्धालु भगवान के इस अलौकिक स्वरूप के दर्शन नहीं कर पाए.
प्रत्येक वर्ष केदारनाथ में रक्षाबंधन के एक दिन पहले अन्नकूट मेला धूमधाम से मनाया जाता है. बाबा केदारनाथ को नए अनाज का भोग लगाया जाता है. नए चावलों को पकाकर भगवान केदारनाथ को चढ़ाया जाता है. साथ ही पके चावलों से स्वयंभू शिवलिंग को ढक दिया जाता है. आज चावलों को मंदाकिनी नदी में प्रवाहित कर दिया गया. मान्यता है कि भगवान शिव सभी खाद्य पदार्थों से जहर को समाप्त कर देते हैं. इस पर्व को भतूज कहा जाता है.