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Kedarnath Yatra: पिछली यात्रा से सबक लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन, स्वास्थ्य सुविधाओं को करेगा दुरुस्त - Kedarnath Yatra

विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लेकिन बीते वर्ष देखा गया कि कई श्रद्धालुओं की रास्ते में ही मौत हो गई. जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठे थे. इस बार रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन समय से पहले स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने में लग गया है.

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Published : Feb 8, 2023, 7:29 AM IST

Updated : Feb 8, 2023, 9:36 AM IST

केदारनाथ यात्रा की तैयारी में जुटा प्रशासन

रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने में प्रशासन जुट गया है. दरअसल साल 2022 की यात्रा से सबक लेकर प्रशासन स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले से ही व्यवस्थाओं में सुधार कर रहा है. प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग के साथ लगातार वार्ता की जा रही है और पैदल यात्रा मार्ग पर समय से पहले ही चिकित्सालय खोलने के निर्देश दिये जा रहे हैं.

केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि पूर्व की भांति इस बार भी पंचांग गणना के अनुसार शिवरात्रि के महापर्व पर बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में घोषित की जाएगी. इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व आ रहा है. तिथि घोषित होते ही केदारनाथ धाम की यात्रा तैयारियां भी और तेज हो जाएंगी. कपाट तिथि के मौके को लेकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को इस बार आठ कुंतल फूलों से सजाया जायेगा. इसी दिन केदारनाथ, द्वितीय केदार मदमहेश्वर, विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी और शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर के प्रधान पुजारियों की नियुक्ति भी की जाएगी. बदरी-केदार मंदिर समिति की ओर से इन दिनों शिवरात्रि की तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही हैं.
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ओंकारेश्वर मंदिर के पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि व समय तय किया जायेगा. इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी को है और इस दिन ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि पंचांग गणना के अनुसार तय की जाएगी. साल 2022 की केदारनाथ यात्रा में रिकार्ड 15 लाख से अधिक भक्त केदारनाथ पहुंचे थे. यात्रियों की संख्या अधिक बढ़ने के कारण पैदल मार्ग की व्यवस्थाएं भी चरमरा गई थी. खासकर पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की अधिक मौतें हो गई थी.
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जबकि पैदल मार्ग सहित धाम में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के कारण 156 लोगों की मौत हार्ट अटैक सहित ठंड के कारण हो गई थी. पिछले वर्ष की यात्रा के दौरान सामने आई कमियों से सीख लेते हुये प्रशासन अभी से यात्रा तैयारियों में जुट गया है. खासकर स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग को अलर्ट पर रखा गया है. पशुपालन विभाग को पैदल मार्ग पर गर्म पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिये जा रहे हैं. जबकि स्वास्थ्य विभाग को कहा जा रहा है कि पहले से ही स्वास्थ्य को लेकर प्रचार-प्रसार किया जाए.

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये गये हैं कि वह स्वास्थ्य के प्रति यात्रियों को पहले से ही जागरूक करें. यहां के मौसम के अनुसार कपड़े, स्वास्थ्य चेकअप करने की अपील यात्रियों से की जायेगी. इसके अलावा यह प्रयास रहेंगे कि स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की तैनाती धाम सहित पैदल मार्ग पर की जाए.

Last Updated : Feb 8, 2023, 9:36 AM IST

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