रुद्रप्रयाग: जिले की बाईपास योजना में निर्माणाधीन 910 मीटर सुरंग आर-पार हो गई है. इस सफलता पर राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) और कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी एवं मजदूरों ने खुशी जताई. साल 2025 तक सुरंग का काम पूरा होकर इस पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी. सुरंग निर्माण के बाद नगर क्षेत्र में लगने वाले जाम से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी. इस सुरंग के जरिए ऋषिकेश-बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ा जाएगा. बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे ऑल वेदर रोड परियोजना (All Weather Road) के तहत दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे को आपस में जोड़ने के लिए इस सुरंग को बनाया जा रहा है.
जाम को देखते हुए बाईपास का निर्माण:गौर हो कि साल 2003-04 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने रुद्रप्रयाग शहर में जाम से निजात दिलाने और यहां की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए रुद्रप्रयाग बाईपास के निर्माण की स्वीकृति दी थी. पहले चरण में जहां जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया, वहीं दूसरे चरण में केदारनाथ हाईवे पर लोनिवि कॉलोनी के पास से रुद्रप्रयाग चोपता-पोखरी मोटरमार्ग पर बेलणी के पास 910 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण शुरू किया गया. इसके साथ ही इसको बदरीनाथ हाईवे से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबा पुल का निर्माण भी शुरू किया गया.
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टनल बनने से लोगों को होगी सहूलियत:करीब 156 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट का काम आगामी दो सालों में पूरा कर दिया जाएगा. सुरंग आर-पार होने पर नेशनल हाईवे के साथ ही भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों ने खुशी जताई. स्थानीय निवासी अमित प्रदाली ने बताया कि रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में जाम की समस्या लंबे समय से बनी है. इस समस्या के समाधान को लेकर पहले चरण में जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया. वहीं दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटरमार्ग से बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने को लेकर सुरंग का निर्माण कार्य किया गया. यह कार्य 9 माह में पूरा होना था, लेकिन भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 7 माह में ही सुरंग को आर-पार कर दिया है.
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