रुद्रप्रयाग: देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रुद्रप्रयाग के कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम शंकराचार्य अस्पताल में अस्थाई तौर पर 200 बेड का कोरोना समर्पित अस्पताल बनाया गया है. प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत ने अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड, टेंट आइसोलेशन वार्ड और आईसीयू यूनिट का निरीक्षण किया.
रुद्रप्रयाग में 200 बेड का कोरोना समर्पित अस्पताल बनाया गया. रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके झा के साथ मिलकर 200 बेड का अस्थायी कोरोना समर्पित अस्पताल बनाने की कार्य योजना तैयार की थी. कोटेश्वर के माधवाश्रम चिकित्सालय में 50 बेड का वार्ड और 6 बेड का आईसीयू यूनिट भी बनाया गया है.
पढ़ें:मजदूरों के लिए 'देवदूत' बने आपदा स्वयंसेवी राजेश रावत
इस अस्पताल निर्माण के लिए क्षेत्रीय विधायक भरत चौधरी की ओर से विधायक निधि और एलएनटी के सीएसआर फंड से धन उपलब्ध कराया गया. जिससे शंकराचार्य अस्पताल के बगल में अस्थाई तौर पर 200 बेड और शंकराचार्य अस्पताल में पचास बेड सहित 250 बेड की क्षमता का कोरोना समर्पित अस्पताल तैयार किया गया है.
आज प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के साथ विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही प्रभारी मंत्री ने विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर कोरोना संबधित तैयारियों का जायजा भी लिया.
पढ़ें:उत्तराखंड में फिर शुरू होंगे रैपिड टेस्ट, 5 हजार नई रैपिड किट पहुंची
विधायक भरत चौधरी ने बताया कि शंकराचार्य अस्पताल कोटेश्वर में गंभीर सांस संबंधित बीमार मरीजों के लिए वैंटिलेटर की व्यवस्था भी की गयी है. इसके साथ ही अस्पताल में इटेंसिव केयर यूनिट वार्ड बनाया गया है. इसके साथ ही रुद्रप्रयाग एक मात्र ऐसा पहाड़ी जनपद बन गया है, जहां 250 बेड का कोरोना समर्पित अस्पताल बनाया गया है.
इसके निर्माण के लिए विधायक भरत सिंह चौधरी ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, सिंचाई विभाग और निर्माण निगम के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में जनपद की पूरी टीम जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन और सफाई कर्मचारी बेहतर काम कर रहे हैं.