रुद्रप्रयाग:साल 2013 में आए जल प्रलय में तबाह हुए केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य किये जा रहे हैं. इन दिनों धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैं. धाम में मजदूर रात-दिन निर्माण कार्य में जुटे हैं, दिन के समय धाम में बारिश होने पर रात को कार्य किया जा रहा है, ताकि अगले साल तक कार्यों को पूरा किया जा सके. अबतक द्वितीय चरण का 20 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है.
बता दें, वर्ष 2013 में आपदा से तबाह हुई केदारपुरी को मास्टर प्लान से बसाने के लिए 20 अक्टूबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्माण कार्यो की नींव रखी थी. तीन चरणों में निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जिसमें प्रथम चरण के तहत 125 करोड़ की लागत से विभिन्न निर्माण पूरो हो चुके हैं. तो वहीं, अब फरवरी, 2021 से ₹130 करोड़ की लागत से विभिन्न निर्माण कार्य शुरू किए जा चुके हैं. अगस्त 2022 तक द्वितीय चरण के सभी निर्माण कार्य पूरे होने हैं. ₹450 करोड़ की लागत से केदारनाथ में तीन चरणों में कार्य हो रहे हैं. अंतिम चरण में लगभग ₹195 लाख की लागत से कार्य होने हैं.
प्रथम चरण:पहले चरण में केदारनाथ मंदिर परिसर का चौड़ीकरण और मंदिर के सामने 200 मीटर लंबे पैदल मार्ग का निर्माण एवं चबूतरा निर्माण, मंदाकिनी नदी पर 400 मीटर आस्था पथ, शंकराचार्य समाधि, गरुड़चट्टी से केदारनाथ तक पैदल मार्ग, तीर्थपुरोहितों के घरों का निर्माण, मंदाकिनी एवं अलकनंदा नदी पर घाट निर्माण व बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल था. इन कार्यों में शंकराचार्य समाधि का कार्य अंतिम चरण में है, जबकि अन्य सभी कार्य पूरे हो गए हैं.