बेरीनाग: कोरोना और लॉकडाउन के कारण व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया था. जिसका असर सीधे-सीधे लोगों की नौकरियों पर पड़ा था. इसके बाद कई प्रवासी युवा बेरोजगार होकर अपने गांव लौट आए थे, लेकिन उनके सामने यहां भी सबसे बड़ी समस्या रोजगार की थी. ऐसे में कुछ युवाओं ने स्वरोजगार रास्ता चुना. जिससे आज वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए सरकार बिना ब्याज के ऋण दे रही है. इसके साथ ही कई योजनाएं भी चला रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा आत्मनिर्भर बन सके. विकास खंड बेरीनाग के दूरस्थ क्षेत्र कराला महर गांव में पांच महीने पहले लॉकडाउन के कारण घर लौटे युवा अपने परम्पारिक कार्यों में जुट गये है. युवाओं ने गांव में रिगांल से कई घेरलू उपयोगी सामाग्री बना दी है.