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पिथौरागढ़: आदमखोर गुलदार से परेशान ग्रामीणों ने सड़क पर लगाया जाम

देवलथल क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इस दिनों आदमखोर गुलदारन ने आतंक मचा रखा है. आदमखोर गुलदार कई लोगों को अभी अपना शिकार बना चुका है. लेकिन वन विभाग उसे अभीतक पकड़ नहीं पाया है. ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

Pithoragarh
ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन.

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Published : Jan 30, 2021, 9:11 PM IST

पिथौरागढ़: आदमखोर गुलदार को पकड़ने और उसके हमलों से घायल हुए लोगों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने देवलथल क्षेत्र में सड़क पर घंटों जाम लगाया. ग्रामीणों का कहना है कि बीते एक महीने में गुलदार उनके क्षेत्र में तीन महिलाओं का शिकार कर चुका है. इनमें कुछ परिवार तो ऐसे भी हैं, जो सिर्फ मृतकों पर निर्भर थे. ऐसे में उनके परिजनों को नौकरी दी जाए, साथ ही गुलदार को तत्काल पकड़ा जाए.

ग्रामीणों ने सड़क पर लगाया जाम.

गुलदार के आतंक से परेशान देवलथल क्षेत्र के ग्रामीणों ने शनिवार को थल-मुनस्यारी मोटरमार्ग पर रामकोट के पास जाम लगाया. इस दौरान सैकड़ों वाहन चार घंटे तक जाम में फंसे रहे. ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोग पिछले दो माह से आदमोखोर गुलदार की दहशत के साये में जी रहे हैं. तीन महिलाओं को गुलदार अब तक अपना शिकार बना चुका है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. गुलदार के आतंक के चलते लोग अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं. साथ ही लोगों की पूरी दिनचर्या प्रभावित हो रही है.

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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हराली गांव की सीमा देवी को गुलदार ने अपना शिकार बना लिया. सीमा देवी के पति दस साल से लापता हैं. उनकी दो बेटियां और दो बेटे बेसहारा हो गए हैं. इन बच्चों के सामने पेट पालने की समस्या खड़ी हो गई है. प्रदर्शनकारियों ने बेसहारा हुए बच्चों में से एक को अविलंब सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वन विभाग ने तात्कालिक मुआवजा लेने के बाद इस परिवार की कोई सुध नहीं ली. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में सक्रीय आदमखोर गुलदार को मारने के लिए विभाग ने सिर्फ एक शिकारी तैनात किया है. साथ ही पीड़ित को पूरा मुआवजा शीघ्र देने के साथ ही क्षेत्र में शिकारियों टीमें बढ़ाई जाए.

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