पिथौरागढ़: सिमलखेत गांव में सेना द्वारा किये गए भूमि अधिग्रहण का विरोध शुरू हो गया है. कांग्रेस की अगुवाई में ग्रामीणों डीएम कार्यालय पहुंचकर भूमि अधिग्रहण पर अपना विरोध जताया. ग्रामीणों का आरोप है कि सेना और प्रशासन की मिलीभगत से गांव के गोचर और पनघट भी सेना को दे दिए गए हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि 1967 में गाँव की 34 हजार हेक्टेयर भूमि एमईएस को इस शर्त पर दी थी कि शेष 13 हेक्टेयर भूमि ग्रामीणों के गौचर, पनघट के लिए छोड़ दी जाए. मगर इस भूमि को वन आर्चर कम्पनी ने हड़प रही है. ग्रामीणों ने कहा कि एमईएस ने उनकी जमीन पर पिलर और बाउंड्री लगाकर अतिक्रमण कर दिया है.