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स्वयं सहायता समूह महिलाओं को बना रहा आत्मनिर्भर, मंडुवे के बिस्कुट की भारी मांग - मडुवे के बिस्कुट

पहाड़ की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए जय मां भगवती समूह थल की ओर से लगातार कार्य किया जा रहा है.

pithoragarah
आत्मनिर्भर महिलाएं

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Published : Aug 29, 2021, 8:46 AM IST

Updated : Aug 29, 2021, 10:42 AM IST

बेरीनाग:पहाड़ की महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करने और उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihood Mission) के महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगातार कार्य किया जा रहा है. जिससे स्वयं अब महिलाएं आत्म निर्भर बनने के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने लगी है. ऐसा ही एक समूह है, जिसका नाम जय मां भगवती समूह थल है. जिससे जुड़ी महिलाओं ने अपनी आर्थिक स्थिति मजूबत कर दी है.

बता दें कि, पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित थल कस्बे में तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन सीडीओ वंदना सिंह ने महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए एक समूह के माध्यम से जोड़ा था. महिलाओं ने समूह के द्वारा पहाड़ों में मिलने वाले पौषिक अनाज मंडुवे से बिस्कुट बेकरी खोलने का निर्णय लिया. शुरुआती दौर में महिलाओं को बाजार नहीं मिलने से कुछ परेशानी का सामना भी करना पड़ा और लेकिन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम ने महिलाओं को बिस्कुट बनाने के लिए उपकरण देने के साथ प्रशिक्षण भी दिलाया. वर्तमान में महिला समूह के द्वारा प्रतिदिन 1,200 पीस बिस्कुट बनाए जा रहे हैं. जिससे समूह की आय होने के साथ समूह से जुड़ी महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी अच्छी होने लगी है.

स्वयं सहायता समूह महिलाओं को बना रहा आत्मनिर्भर.

प्रदेश का पहला मंडुवा बेकरी ग्रोथ सेंटर होने के कारण यहां पर महिलाओं समूह को अलग पहचान मिली है. महिलाओं के कार्य को देखते हुए पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने महिला समूह से वर्चुअल संवाद कर इनके कार्यों की भी सरहाना की और सरकार से मदद दिलाने का भरोसा भी दिलाया है. पूर्व इस समूह को प्रदेश और जिले स्तर पर भी सम्मानित किया जा चुका है.

जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने बताया कि यहा की महिलाएं पूरे प्रदेश कि महिलाओं के लिए प्ररेणा की स्तोत्र भी है. यहां पर बनने वाले बिस्कुटों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वर्तमान में जिले के सभी विकासखंडों में भेजा जा रहा है. जिससे भविष्य में प्रदेश के अन्य जनपदों में बिस्कुटों को बाजार मिल सके. उन्होंने इसके लिए सीएम से वार्ता करने की बात कही है. जिले के अन्य स्थानों में भी इस मंडुवे के बेकरी खोलने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करने की बात कही है.

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पहाड़ों से विलुप्त हो रहे मंडुवे की यहां पर खपत को देखते हुए एक बार फिर मुंडवे की फसल को उगाना ग्रामीणों ने शुरू कर दिया है. महिला समूह के द्वारा किए जा रहे कार्य को देखने के लिए जिले सहित प्रदेश कई स्थानों से महिलाओं के समूह यहां पर एक्सपोजर विजिट में आने के साथ महिलाओं ने यहां पर मंडुवे का बिस्कुट बनाने के साथ अपने क्षेत्र में करने की तैयारी भी शुरू की है. यहां पर महिलाओं के कार्य को देखते हुए अन्य महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला है.

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जिस तरह से यहां पर महिला समूह के द्वारा कार्य किया जा रहा है. उससे देखते हुए यह लगाता है आत्मनिर्भर महिला शक्ति अभियान को अवश्य बढ़ावा मिल रहा है. महिलाओं की आज यहां पर आर्थिक स्थिति मजूबत हो रही है. लेकिन समय-समय पर महिलाओं को सरकार से मदद मिले और यहां पर बन रहे बिस्कुट को बाजार मिले तो अवश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजूबत होगी.

Last Updated : Aug 29, 2021, 10:42 AM IST

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