पिथौरागढ़:नशा मुक्त उत्तराखंड बनाने के लिए झनकट खटीमा निवासी रवि मेहता ने 1 जून से प्रदेश के युवाओं को नशे से बाहर निकलने के लिए साइकिल यात्रा शुरू की है. वह अल्मोड़ा, बागेश्वर होते हुए बेरीनाग पहुंचे हैं, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया है. इस यात्रा के जरिए वो 22 जून तक प्रदेश के 11 जिलों का भ्रमण करेंगे. यात्रा के दौरान वह जगह-जगह नशे के खिलाफ पत्रक भी बांट रहे हैं और युवाओं को जागरूक भी कर रहे हैं.
प्रांत मंत्री रंदीप पोखरिया से मिली प्रेरणा:रवि मेहता को नशा मुक्त अभियान की प्रेरणा विश्व हिन्दू परिषद के सह प्रांत मंत्री रंदीप पोखरिया से मिली है, जो लंबे समय तक उत्तराखंड के युवाओं और नशे के खिलाफ कार्य कर रहे हैं. वह खटीमा के पब्लिक स्कूल में शारीरिक शिक्षण का भी कार्य करते हैं. पिछले 15 दिनों के भीतर वो प्रदेश के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर चुके हैं, लेकिन अधिकांश स्थानों पर युवा नशा कर रहे हैं.
नशा मुक्त उत्तराखंड बनाना यात्रा का उद्देश्य:रवि मेहता ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रचलन को रोकना और नशा मुक्त उत्तराखंड बनाना है. उन्हें कुछ स्थानों पर युवाओं को समझाने में आक्रोश का भी सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि पहली बार साइकिल यात्रा के माध्यम से नशे के खिलाफ अभियान चलाया है. अगली बार गांव- गांव जाकर युवाओं के साथ बैठकर नशा मुक्त युवा की पहल की जाएगी. नशे से युवाओं को बाहर निकालना उनका मुख्य उद्देश्य है. यह यात्रा तभी सफल होगी, जब प्रदेश का युवा नशा मुक्त हो जाएगा.