पिथौरागढ़: सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ और बागेश्वर की अंतिम सीमा पर स्थित पौसा गांव के ग्रामीणों ने एक बार फिर पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों ने 'सड़क नहीं तो वोट नहीं' का नारा देकर चुनाव बहिष्कार किया था, लेकिन अभी तक सड़क की समस्या जस की तस बनी हुई है.
सीमावर्ती गांव में सड़क नहीं होने से लोग परेशान, पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी
सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ और बागेश्वर की अंतिम सीमा पर बसे पौसा गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. कई बार ग्रामीणों ने सड़क समस्या को प्रशासन तक पहुंचाया लेकिन अभी भी हालात जस के तस हैं. ग्रामीणों ने अब पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बोरा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर सड़क समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अभी तक सड़क निर्माण कार्य नहीं हुआ. हालांकि पीएमजीएसवाई सहित लोक निर्माण विभाग के द्वारा कई बार सर्वे हो चुका, फिर भी सरकार ने इस गांव की समस्या पर ध्यान नहीं दिया.
हालात ये हैं कि ग्रामीणों को बीमार व्यक्ति को डोली में रखकर या अन्य कोई व्यवस्था का इंतजाम कर स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाना पड़ता हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा.