पिथौरागढ़: पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑलवेदर रोड पर मॉनसून की पहली बारिश ने पलीता लगा दिया है. बरसात के दौरान जगह-जगह हो रहे भारी भूस्खलन ने ऑल वेदर रोड की पोल खोल दी है. 150 किलोमीटर के इस अहम हाईवे में दर्जनों ऐसे डेंजर जोन बने हैं, जो आए दिन दरक रहे हैं.
चीन और नेपाल बॉर्डर को जोड़ने वाले NH-125 को ऑलवेदर में तब्दील करने के लिए 1100 करोड़ की भारी भरकम धनराशि खपा दी गई है. मगर इसका वो फायदा नहीं मिल रहा जिसकी लोगों को दरकार थी. पहाड़ के लोगों को उम्मीद थी कि ऑलवेदर रोड बनने के बाद उनकी राह आसान होगी. मगर ठीक इसका उल्टा हो रहा है.
बेतरतीब कटिंग से सड़क के हाल खस्ता
ऑलवेदर रोड में तब्दील होने के बाद ये हाईवे पहली ही बारिश नहीं झेल पाया है. हाईवे दर्जनों जगह लैंडस्लाइड होने के कारण एक हफ्ते तक बंद रहा. जानकारों की माने तो हाईवे के लगातार दरकने की वजह पहाड़ियों की बेतरतीब कटिंग है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर का कहना है कि ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान पहाड़ियां कमजोर हो गई है. बरसात के दौरान जगह-जगह इस सड़क पर लैंडस्लाइड हो रहा है.