पिथौरागढ़: हेल्थ डिपार्टमेंट से हटाए गए कर्मियों ने शुक्रवार को डीएम ऑफिस का घंटों घेराव किया. हटाए गए हेल्थ वर्कर का कहना है कि कोरोना महामारी में उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया, लेकिन विभाग ने उनका मानदेय तक नहीं दिया. यही नहीं मानदेय मांगने पर उन्हें जॉब से हटा दिया गया. पिथौरागढ़ में 284 कर्मचारियों को हेल्थ डिपार्टमेंट ने निकाला है.
पिथौरागढ़ में स्वास्थ्य विभाग से हटाए गए कर्मियों ने बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को डीएम कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी घंटों तक डीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे. दरअसल, कोरोना की सेकेंड वेब में हेल्थ डिपार्टमेंट ने 284 लोगों को कांट्रेक्ट के तहत रखा था, जिसमें डॉक्टर, फार्मासिस्ट, नर्स और वॉर्ड बॉय शामिल हैं. लगातार 4 महीने तक काम करने के बाद विभाग ने न तो स्वास्थ्य कर्मियों को सैलरी दी और वहीं वेतन की मांग करने पर विभाग ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार हुए स्वास्थ्यकर्मी आंदोलन करने को मजबूर हैं.