पिथौरागढ़: साल 2018 आई आपदा में नाचनी मे बना झूला पुल ध्वस्त हो गया था, जिसे आज तक बनाने की कवायद शुरू नहीं हुई है. ये झूला पुल पिथौरागढ और बागेश्वर के कई गांवों को जोड़ता था. आपदा की भेंट चढ़ने के बाद भी आज तक पुल नहीं बन पाया है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं लोगों ने सरकार से जल्द झूला पुल निर्माण करने की मांग की है.
आपदा में ध्वस्त हो गया था झूला पुल, लोग जान हथेली पर रखकर कर रहे नदी पार - year 2018 disaster
Jhula Pool आपदा में ध्वस्त हुआ झूला पुल आज तक ना बनने से लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. लोगों को जान हथेली पर रखकर नदी को पार करना पड़ रहा है. लोगों ने शासन-प्रशासन से जल्द पुल बनाने की मांग की है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Dec 31, 2023, 10:57 AM IST
आपदा की भेंट चढ़ा झूला पुल:स्कूल के बच्चे जान जोखिम में डालकर तार से आवाजाही करने को मजबूर हैं. नाचनी के लगे बागेश्वर जिले के गांव भकूना, पालनाधूरा, भलोडी,चेटाबगड़, खेती अन्य कई गांव अभी भी नाचनी बाजार पर ही निर्भर हैं. लोगों को बैंक के काम, स्कूल, अन्य जरूरी सामान के लिए आए दिन नाचनी बाजार आना पड़ता है. दोनों जिले के लोग आज तार के सहारे आवाजाही करने को मजबूर हैं, जो कभी भी बड़े हादसे को दावत दे सकता है. सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कोश्यारी ने बताया कि पिछले 5 वर्षों से लगातार पुल बनाने की मांग को लेकर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं.
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लोगों को उठानी पड़ रही परेशानी:विभागीय अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है, लेकिन सिर्फ आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला. शायद सरकार और स्थानीय प्रशासन भी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है. जबकि पुल के अभाव में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. स्कूली बच्चों को अभिभावक बमुश्किल नदी पार करा रहे हैं. लोगों ने शासन-प्रशासन से जल्द पुल बनाने की मांग की है. जिससे लोगों की आवाजाही आसान हो सके.