पिथौरागढ़:आजादी के 7 दशक बाद भी सड़क सुविधा से वंचित बंगापानी तहसील के मदरमा गांव में बीमार और गर्भवती महिलाओं को डोली के सहारे अस्पताल तक पहुंचाया जाता है. ग्रामीणों के दर्द को बयां करती ऐसी ही तस्वीर एक बार फिर सामने आई है. दरअसल मदरमा गांव के सुंदर सिंह के पैर में चोट लगी थी. जिससे वे चलने में असमर्थ थे. ऐसे में ग्रामीणों ने लकड़ियों में कुर्सी बांधकर डोली बनाई. जिसमें मरीज को बिठाकर खराब रास्तों से होते हुए 7 किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया गया. जहां से उसे मवानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बंगापानी तहसील के मदरमा गांव में लोग आज भी आदिम युग सा जीवन जीने को मजबूर हैं. गांव के रहने वाले सुंदर सिंह के पांव में चोट लगने पर उसे ग्रामीणों ने 7 किलोमीटर दूर डोली पर लादकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया. ग्रामीणों को ये सफर तय करने में करीब 5 घंटे का समय लगा.