पिथौरागढ़: बढ़ती महंगाई और ऑनलाइन बाजार ने स्थानीय कारोबारियों की कमर तोड़कर रख दी है. बीते 2 साल से कोरोना संकट की मार झेल रहे व्यापारियों ने दीपावली को लेकर खासी तैयारियां की थी, लेकिन बाजार में भीड़-भाड़ होने के बावजूद ग्राहकों का वो रेस्पॉन्स नहीं मिल रहा, जिसकी व्यापारियों को दरकार थी. इसका कारण व्यापारी ऑनलाइन खरीददारी मान रहे हैं.
दरअसल, इन दिनों ऑनलाइन खरीददारी जोर पकड़ रही है. जिससे स्थानीय दुकानदारों की बिक्री को तगड़ा झटका लगा है. दीपावली के मौके पर पिथौरागढ़ मुख्यालय समेत अन्य बाजारों में लोगों की खासी चहल-पहल रही, लेकिन महंगाई और ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज बढ़ने से लोग खरीददारी के लिए दुकानों पर कम ही पहुंचे.
महंगाई और ऑनलाइन शॉपिंग से स्थानीय कारोबार चौपट. ये भी पढ़ेंःकबाड़ की बोतलों से बनाया इको फ्रेंडली दीया, पहाड़ी वनस्पति घी च्यूरा का किया इस्तेमाल
खासकर घड़ी, रेडीमेड कपड़े, जूते, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट समेत इलेक्ट्रानिक्स के कारोबारियों को 80 फीसदी तक नुकसान झेलना पड़ा है. बता दें कि ऑफलाइन के मुकाबले ऑनलाइन बाजार में कीमतें कम होने और होम डिलीवर की सुविधा होने से लोग अब ऑनलाइन शॉपिग ज्यादा कर रहे हैं. जिससे स्थानीय कारोबारी संकट में आ गए हैं.
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रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले व्यवसायी धीरज चंद्र का कहना है कि बढ़ती महंगाई और ऑनलाइन कारोबार के चलते रेडीमेड कपड़ों के व्यापार में भारी गिरावट आई है. पहले जहां त्योहारी सीजन में रोजाना 1 लाख रुपए की खरीदारी होती थी, जो अब सिमटकर 15 से 20 हजार हो गई है.
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