पिथौरागढ़:उत्तराखंड में बोर्ड परीक्षाएं आगामी मार्च में शुरू हो जाएंगी, लेकिन पिथौरागढ़ जिले के अधिकांश स्कूलों में छात्र बिना शिक्षकों के ही परीक्षा देने को मजबूर हैं. यहां शिक्षकों का इस कदर टोटा पड़ा है कि छात्रों के लिए ये साल शिक्षकों की राह देखते ही गुजर गया. शिक्षक ही नहीं प्रशासनिक स्तर पर भी शिक्षा अधिकारियों की भारी कमी है. आलम ये है कि 8 ब्लॉक में सिर्फ 2 में ही खंड शिक्षा अधिकारी तैनात हैं.
सरकार ने बीते साल नई ट्रांसफर पॉलिसी लागू की थी. ताकि दूर-दराज के सरकारी महकमों में जरूरी स्टाफ तैनात हो सके. लेकिन हुआ ठीक इसके उल्टा, जिले से सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अन्य जिलों को तो चले गए, लेकिन उनकी जगह यहां किसी की तैनाती नहीं हुई. ऐसे में अब छात्रों के लिए जहां बिना शिक्षक के पास होना चुनौती है, वहीं शिक्षा विभाग के सामने भी बिना जरूरी स्टाफ के परीक्षाओं का सफल संचालन करवाना अग्निपरीक्षा से कम नहीं है.