पिथौरागढ़: उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन की खबर से जहां पूरा प्रदेश शोक में डूबा हुआ है, तो वहीं उनके बूढ़े माता-पिता को इसकी जानकारी भी नहीं है कि उनका लाल अब इस दुनिया में नहीं रहा. ये खबर फिलहाल उन से छुपाकर रखी गई है.
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पिता मोहन चंद्र पंत और माता कमला पंत को इस हादसे का पता न चले इसके लिए पंत के आवास का लैंडलाइन फोन बुधवार को ही काट दिया गया था. इसके अलावा गुरुवार को उनके टीवी का केबल भी हटा दिया गया है. इतना ही नहीं घर में अखबार भी नहीं पहुंचने दिया जा रहा है. किसी बाहरी व्यक्ति को घर भी नहीं जाने दिया जा रहा है.
प्रकाश पंत के बड़े भाई कैलाश पंत पिता से मिले पर वे भी उन्हें पंत के निधन की जानकारी देने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. हालांकि उनके माता-पिता को प्रकाश पंत की तबियत बिगड़ने की सूचना जरुर है.
कैलाश पंत ने बताया कि प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर शनिवार को पिथौरागढ़ पहुंच सकता है. माता-पिता दो दिनों तक ये सदम कैसे झेल पाएंगे? इस वजह से उन्हें अभी तक सूचना नहीं दी गयी है. ऐहतियात के तौर पर पंत के आवास में जिला अस्पताल के डॉक्टर तैनात थे. डॉक्टरों ने प्रकाश पंत के पिता का बीपी वगैरह चेक किया. वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद से उनके रिश्तेदार और करीबियों का रो-रो कर बुरा हाल है.
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बात दें कि बुधवार को उत्तराखंड सरकार में संसदीय कार्य, वित्त और आबकारी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे 58 वर्षीय पंत का अमेरिका में उपचार के दौरान निधन हो गया था. पंत के परिवार में उनके माता-पिता, पत्नी, दो पुत्रियां और एक पुत्र है.