पिथौरागढ़: आज के भौतिकवादी दौर में लोगों का रूझान फास्ट फूड की ओर तेजी से बढ़ रहा है. जिस कारण लोग अतिरिक्त मोटापे और कैंसर जैसी घातक बीमारियों के शिकार हो रहें हैं. वहीं इस समस्या से निजात दिलाने के महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा पहाड़ के पारम्परिक भोजन को खाद्य श्रंखला में शामिल करने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को पारम्परिक व्यंजनों के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'राष्ट्रीय पोषण अभियान' के तहत पहाड़ के पारम्परिक व्यंजनों को खाद्य श्रंखला में शामिल करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के जरिये जहां पहाड़ के विलुप्त हो रहे पहाड़ी व्यंजनों को फिर से नई पहचान मिल रही है. साथ ही बच्चों को कुपोषण और महिलाओं को एनीमिया से निजात दिलाने में भी ये अभियान कारगर साबित हो रहा है.
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