पिथौरागढ़: चीन सीमा पर स्थित दारमा घाटी का सेला गांव आजादी के बाद पहली बार बिजली से रोशन हो गया है. दीपावली से पहले गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल होने से ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है. दारमा घाटी में सवा करोड़ की लागत से 50 किलोवाट की परियोजना का निर्माण किया गया है. इस परियोजना से गांव में बिजली की आपूर्ति सुचारू कर दी गयी है.
दारमा घाटी में जलविद्युत परियोजना का निर्माण 2011 में उरेडा ने शुरू किया गया था. 2013 में आई भीषण आपदा के चलते उपकरण क्षतिग्रस्त होने से परियोजना शुरू नहीं हो पाई थी. आजादी के लगभग 7 दशक बाद दारमा घाटी का सेला गांव बिजली से जगमगा है. दीपावली से पूर्व गांव में बिजली पहुंचने से ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं है. स्थानीय लोगों ने दारमा घाटी के अन्य गांवों को भी बिजली से जोड़ने की मांग की है.