पिथौरागढ़: मॉनसून आते ही उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों से भूस्खलन की डरा देने वाली तस्वीरें सामने आने लगी हैं. पिथौरागढ़ के घाट क्षेत्र में एनएच-125 पर भारी भूस्खलन हुआ है. आज सुबह हुए इस भूस्खलन की लाइव तस्वीरें सामने आयी हैं.
घाट क्षेत्र में सरयू नदी पर बने पुल से कुछ दूरी पर पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा देखते ही देखते नदी में समा गया. जहां ये भूस्खलन हुआ उससे महज चंद मीटर की दूरी पर वाहन खड़े थे. गनीमत ये रही कि वाहन भूस्खलन की चपेट में आने से बाल बाल बच गये. घाट पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर ये भीषण लैंडस्लाइड हुआ है.
पिथौरागढ़ में चंद सेकंड में ढह गया पहाड़. टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाइवे में आये दिन पहाड़ दरकने की खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं. आज घाट पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर एक बड़ा पहाड़ दरककर सरयू नदी में समा गया. इसके चलते नेशनल हाइवे देखते ही देखते जमींदोज हो गया है.
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गौरतलब है कि चीन और नेपाल बॉर्डर को जोड़ने वाले इस नेशनल हाइवे को ऑलवेदर रोड में तब्दील किया गया है. मगर कार्यदायी संस्था ने पहाड़ियों को जिस बेतरतीबी से काटा है, उसी का नतीजा है कि मॉनसून की बारिश में जगह-जगह आफत के पहाड़ दरक रहे हैं. इसकी कीमत यात्रियों को चुकानी पड़ रही है.
मॉनसून सीजन में इस नेशनल हाइवे पर सफर करना मौत को दावत देने से कम नहीं है. भारी बरसात के चलते नेशनल हाइवे में दर्जनों जगह भूस्खलन होने से मार्ग बन्द पड़े हैं. पिछले तीन दिनों से अहम नेशनल हाइवे के बन्द होने से सैकड़ों वाहन जहां-तहां फंसे हुए हैं. जबकि बॉर्डर जिले में जरूरी सेवाओं की आपूर्ति भी ठप हो गयी है. हाल-फिलहाल इस सड़क पर जल्द यातायात सुचारू हो पाना सम्भव नजर नहीं आ रहा है.