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'सरकारी एक्ट' की एक बार फिर सर्जरी कर डॉक्टरों ने निकाला जुलूस, कांग्रेसियों ने भी तानी मुट्ठी

सीईए के विरोध में शनिवार को सभी निजी अस्पताल संचालक, केमिस्ट एसोसिएशन, फिजियोथेरेपिस्ट, लैब/आयुष/डेंटल संचालक, व्यापार संघ और पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ने मुख्यालय में जोरदार जुलूस निकाला. इसके साथ ही हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कोर्ट पहुंचकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही कहा कि सरकार या तो निजी अस्पतालों की हड़ताल खत्म करें या सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करें.

सरकारी एक्ट का विरोध करते डॉक्टर.

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Published : Feb 23, 2019, 9:02 PM IST

पिथौरागढ़/हल्द्वानी: प्रदेश में क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में निजी अस्पतालों समेत विभिन्न संगठनों ने जिला मुख्यालय में जुलूस निकाला. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इस एक्ट को लागू करके सरकार छोटे निजी अस्पतालों को बंद कर कॉरपोरेट घरानों का एकछत्र राज स्थापित करना चाहती है. इसके साथ ही हल्द्वानी में कांग्रेस ने प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल से परेशान होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

सीईए के विरोध में शनिवार को सभी निजी अस्पताल संचालक, केमिस्ट एसोसिएशन, फिजियोथेरेपिस्ट, लैब/आयुष/डेंटल संचालक, व्यापार संघ और पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ने मुख्यालय में जोरदार जुलूस निकाला. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने 'सीआईए वापस जाओ' के नारे लगाए.

सरकारी एक्ट का विरोध करते डॉक्टर.

इसके साथ ही हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कोर्ट पहुंचकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही कहा कि सरकार या तो निजी अस्पतालों की हड़ताल खत्म करें या सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करें. हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशानी पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले हजारों मरीजों को हो रही है. मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. साथ ही गंभीर मरीजों को यूपी के अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ रहा है.

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वहीं, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार महानगरों के नियम पहाड़ में लादकर निजी अस्पताल संचालकों के खिलाफ नाइंसाफी कर रही है. ये एक्ट कॉर्पोरेट हितों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिसका खामियाजा आने वाले समय में आम लोगों को भुगतना पड़ेगा. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि पहाड़ के सीमांत क्षेत्रों में इस नियम में छूट दी जाए, वहीं निजी डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कांग्रेसियों ने सीएम त्रिवेंद्र को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि अगर जल्द निजी अस्पतालों का हड़ताल खत्म कर जनता को राहत नहीं दी गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.

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