पिथौरागढ़:नवरात्र के पहले दिन उत्तर भारत के सबसे बड़े शक्तिपीठ महाकाली मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. बड़ी संख्या में भक्त माता रानी के दर्शन करने के लिए मंदिर में पहुंचे. सुबह 4 बजे से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया. भगवती महाकाली आज के दौर में हॉट काली के नाम से भी प्रसिद्ध हैं.
कहा जाता है कि दैत्यों का वध करने के बाद काली ने रौद्र रूप लिया था. महाकाली मंदिर के कुछ दूरी पर बसा मौत गांव जिसे आज समलकोट के नाम से भी जाना जाता है, वहां के परिवारों से नर बलि ली जाती थी. ऐसा माना जाता है कि शंकराचार्य को एक रात जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मां काली को शांत किया. महाकाली का तिलक कर श्रद्धालुओं के लिए मां का द्वार पूजा पाठ के लिए खोल दिया गया. जिसके बाद से शक्ति स्थापित की गई और महाकाली के दरबार में वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.