पिथौरागढ़:उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां सैनिकों और पूर्व सैनिकों को रिझाने में लगी हुई है. राजनीतिक पार्टियों की नजर पूर्व सैनिक परिवारों से जुड़े करीब साढ़े बारह लाख वोटरों पर हैं. इन वोटों को अपने कब्जे में करने के लिए सभी पार्टियां कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही हैं. इसी कड़ी में आज सैनिक बाहुल्य सीमांत जिले पिथौरागढ़ जिले में बीजेपी ने शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) का शुभारंभ किया, जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की. वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर एमआई-17 से रक्षा मंत्री पिथौरागढ़ पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने विण और मूनाकोट के 89 शहीदों के स्वजनों को शौर्य सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया.
उत्तराखंड देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि: पिथौरागढ़ के मूनाकोट पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरांगना माताओं-बहनों को प्रणाम के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है. जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं. उत्तराखंड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है. उत्तराखंड में पांचवां धाम सैन्यधाम बन रहा है. सैन्य धाम बनाने की सोच का स्वागत है लेकिन सैन्य धाम के निर्माण में औपचारिकता नहीं होनी चाहिए. सभी शहीदों के घर से मिट्टी सैन्य धाम पहुंचनी चाहिए. सैन्य धाम में सभी का नाम और गांव अंकित होना चाहिए. उत्तराखंड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र धाम है. उत्तराखंड में सैन्यधाम की स्थापना इस पवित्र सोच को दर्शाती है.
1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं बटालियन ने किया करिश्माई काम:वहीं, 1962 के भारत-चीन युद्ध को याद करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी दो दिन पहले वो लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में स्थित रिजांग ला में थे. वहां 1962 में भारत-चीन के दौरान 13 कुमाऊं बटालियन के सैनिकों ने जो वीरता और पराक्रम का इतिहास लिखा है, उसके दर्शन करने का सौभाग्य मिला. 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं की 13वीं बटालियन के 124 जवानों जो करिश्माई काम किया, उसे भारत कभी भूल नहीं सकता.
सिंह ने याद करते हुए कहा कि,
जब मैं रेजांग ला गया तो वहां मेरी भेंट रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरवी जटार जी से हुई जो रिजांग ला की लड़ाई में कम्पनी कमांडर के तौर पर तैनात थे. इस उम्र में भी उनकी आंखों में जो देश प्रेम का जज़्बा था उसे देख कर स्वाभाविक रूप से मेरा हाथ उनके चरणों पर चला गया.
नेपाल के साथ रोटी-बेटी का रिश्ता:रक्षा मंत्री ने नेपाल के साथ विवाद पर बोला कि भारत और नेपाल के बीच कभी विवाद नहीं हो सकता. धारचूला होते हुए लिपुलेख से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बन चुका है, इस मार्ग को लेकर कुछ लोगों ने नेपाल में भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते हैं, जिसे कोई भंग नहीं कर सकता. भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के साथ-साथ एक सैन्य संबंध भी है. पिछले दिनों जब नेपाल के थल सेना अध्यक्ष जनरल प्रभुराम शर्मा भारत आए तो उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने 'जनरल ऑफ द इंडियन आर्मी' का आनरेरी रैंक प्रदान किया.
आंख उठाने की कोई हिम्मत न करे:पड़ोसियों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि, भारत से नेपाल के साथ चीन व अन्य देशों की सीमाएं लगी हैं और भारत सभी से पड़ोसी धर्म निभाता है, लेकिन कुछ ऐसे पड़ोसी भी होते हैं जिसको रिश्ता रखना नहीं आता. इसी बीच पाकिस्तान का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को संदेश दे दिया गया है कि ज्यादा गड़बड़ करोगे तो सीमा के पार जाकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक भी कर सकते हैं. हमने दुनिया के किसी देश पर भारत ने कभी हमला नहीं किया, लेकिन अगर कोई भारत की तरह आंख उठाकर देखेगा तो भारत चुप बैठने वाला नहीं है.
सैनिकों, पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान: रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिकों की जो वन रैंक वन पेंशन की समस्या थी उसका समाधान किया गया. सैनिकों और उनके परिवारों की समस्याओं को दूर करने के लिए बैटल कैजुवल्टी को 02 लाख से बढ़ाकर 08 लाख रुपये किया गया है. सैनिकों के सम्मान के लिए जो भी करना होगा, सरकार हमेशा उसके लिए तत्पर है. पूर्व सैनिकों की पेंशन से जुड़े मामले अटके, भटके और लटके नहीं इसके लिए एक Dedicated Pension Grievances Cell है, जिसमें 97 फीसदी मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण हो रहा है.
पचास सालों में नेवी और एयर फोर्स के पर्सनेल के लिए पेंशन रेग्यूलेशन को रिवाइज ही नहीं किया गया था. दिसम्बर 2020 में तीनों सेनाओं के पेंशन रेग्यूलेशन की रिवाइज करने के आदेश दे दिए हैं.
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साल 2006 से पहले रिटायर हुए हवलदार जिनको नायाब सूबेदार के रैंक में Revised Pension की लाभ नहीं मिल रहा था मगर हमारी सरकार व्यवस्था दी और अब Pre2006 में रिटायर्ड हवलदार जिनको आनरेरी नायक सूबेदार का रैंक मिला उन्हें भी Revised Pension का लाभ मिल रहा है. ऐसे करीब 75250 आनरेरी नायब सूबेदारों को लाभ मिला है.