पिथौरागढ़ः गुरुग्राम के एक नामी अस्पताल में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को पिथौरागढ़ पुलिस ने झारखंड के रांची से दबोचा है. आरोपी ने एक शख्स से एक लाख से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया था.
पिथौरागढ़ एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि पिथौरागढ़ के कांटे गांव निवासी नंद किशोर भट्ट ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि बीती 14 अप्रैल 2023 को गुरुग्राम के एक बड़े अस्पताल में उनके बेटे को अपनी पत्नी के इलाज के लिए अपॉइंटमेंट लेना था. जिसके लिए उन्होंने इंटरनेट पर अस्पताल का नंबर सर्च किया. सर्च करने पर एक मोबाइल नंबर मिला. जिसमें संपर्क करने पर एक शख्स खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताया.
शख्स ने अपॉइंटमेंट के रजिस्ट्रेशन के लिए मैसेज के माध्यम से एक लिंक भेजा. जिसमें ₹10 रजिस्ट्रेशन चार्ज अदा करने को कहा गया. उनके लिंक पर क्लिक करने पर मोबाइल पर एनी डेस्क एप (ANY DESK APP) इंस्टॉल हो गया. जिसके माध्यम से उनके बेटे ने ₹10 का पेमेंट जमा किया, लेकिन कुछ देर में उनके खाते से 1,29,596 रुपए गायब हो गए. जिसे देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. आनन-फानन में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
वहीं, शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर कोतवाली पिथौरागढ़ में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 420 IPC के अंतर्गत मामला पंजीकृत किया गया. पूरे मामले में पुलिस और एसओजी की टीम ने सर्विलांस के जरिए आरोपी गुलाम अंसारी पुत्र मतीउल्लाह अंसारी निवासी ग्राम बाड़ू बरहु, थाना पिठौरिया रांची (झारखंड) को धर दबोचा. पुलिस की टीम आरोपी को रांची से पिथौरागढ़ ले आई. जिसे पिथौरागढ़ कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
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मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगीःएक अन्य मामले में पिथौरागढ़ पुलिस ने मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगी की गई 2 लाख से ज्यादा की धनराशि पीड़ित को लौटाई है. शिकायतकर्ता दीपक चंद्र जोशी निवासी चहज गंगोलीहाट ने एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि एक व्यक्ति ने उनके साथ टावर लगाने के नाम पर 2,31,530 रुपए की ठगी की है.
तहरीर के आधार पर थाना गंगोलीहाट में धारा 420 IPC के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया. जांच पड़ताल के बाद ठगों के खाते फ्रिज कर दिया. इसके बाद शिकायतकर्ता के पूरे पैसे उसके खाते में वापस कराए. अब पीड़ित ने पुलिस का आभार जताया है. पुलिस ने अपील की है कि गूगल से कोई भी हेल्पलाइन नंबर सर्च करने के पश्चात उसकी पुष्टी कर लें. किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें, अन्यथा आप साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं.