पिथौरागढ़ः सोरघाटी पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध लोकपर्वों में से एक है चेतौल पर्व, जो इन दिनों बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. सदियों से मनाया जा रहा यह पर्व भगवान शिव के प्रति आस्था और भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. लोग इस पर्व को मनाने के लिए दूर-दूर से अपने गांवों की ओर खिंचे चले आते हैं. पेश है एक रिपोर्ट.
चैत के महीने में भाइयों द्वारा विवाहित बहनों को भिटौला यानी भेंट देने की परंपरा पहाड़ों में सदियों से चली आ रही है. भिटौले की इसी परम्परा को पिथौरागढ़ में चेतौल पर्व के रूप में मनाया जाता हैं. लोगों का विश्वास है कि भगवान शिव भी इन दिनों अपनी बहनों को भिटौला देने के लिए आते हैं.
देव डोले में विराजमान भगवान भोले सोरघाटी के 22 गांवों में रहने वाली अपनी बहनों को उनके गांव जाकर भिटौला देते हैं. इन 22 गांवों में पूजी जाने वाली भगवती को भगवान शिव की बहन माना जाता है. यह पर्व एक ओर जहां आस्था और प्रेम को दर्शाता है, वहीं इसमें शिरकत करने वालों में गजब का जोश देखते ही बनता है.