बेरीनाग:कई बार सरकारी महकमों के कर्मचारी और अधिकारी अक्सर अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभा नहीं पाते हैं लेकिन, आज हम पिथौरागढ़ जिले के एक ऐसे तेज तर्रार अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं. जो प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक प्ररेणा है और क्षेत्र के लोगों के लिए भगवान है.
गंगोहाट सीएचसी में लगी महिलाओं की भीड़. पिथौरागढ़ जिले के सीडीओ डॉ. सौरभ गहरवार पूरे प्रदेश में एक साफ स्वच्छ छवि तेज तर्रार अधिकारियों में गिने जाते हैं. डॉ. सौरभ गहवार जिले के विकास कार्यों को बखूबी से करने के साथ ही गंगोलीहाट क्षेत्र के में पिछले दो वर्षों से सीएचसी गंगोलीहाट में एक डॉक्टर की भूमिका भी निभा रहे हैं. गंगोलीहाट में अल्ट्रासांउड मशीन आने के बाद यहां पर अल्ट्रासाउंड करने के लिए डॉक्टर नहीं थे. डॉ. सौरभ गहरवार ने दो वर्ष पूर्व गंगोलीहाट तहसील में संयुक्त मजिस्ट्रेट रहने के दौरान सरकार ने उन्हें वहां पर अल्ट्रासांउड करने की अनुमति दी.
सीडीओ सौरभ गहरवार सीएचसी गंगोलीहाट में डॉक्टर की भूमिका. उस दौरान हर रविवार को सीएचसी गंगोलीहाट में अल्ट्रासाउंड करते थे. सात माह पूर्व पिथौरागढ़ सीडीओ के पद पर पदोन्नति होने के बाद भी उन्होंने गंगोलीहाट के लोगों की सेवा करना नहीं छोड़ा.
पढ़ें- शीतकाल में डोडीताल बना पर्यटकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन
पिथौरागढ़ से गंगोलीहाट की दूरी 90 किलोमीटर से अधिक होने पर सीडीओ पर पूरे जिले के विकास की जिम्मेदारी होने के बाद भी डॉ. सौरभ गहवार ने माह के हर दूसरे शनिवार को सीएचसी गंगोलीहाट में आकर अल्ट्रासाउंड करते हैं. जिससे यहां की गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमार लोगों को यहां से जिला मुख्यायल और बाहरी क्षेत्र को नहीं जाना पड़ता है, पिछले दो वर्ष के भीतर 3 हजार से अधिक अल्ट्रासाउंड करने के साथ स्वास्थ्य के प्रति लोगों समय समय पर जागरूक करते हैं. इनके कार्यों की हर कोई सरहाना करता है.