पिथौरागढ़:चीन सीमा में लिपुलेख तक बन रही सड़क की सबसे बड़ी बाधा को बीआरओ की टीम ने पार कर ली है. यहां पर टीम ने लखनपुर से नजंग के बीच कठोर चट्टानों को काटकर तीन किमी सड़क बना ली है. अब जल्द ही नजंग से बूंदी के बीच सड़क बनते ही चीन सीमा तक वाहन चलने लगेंगे. उधर, चीन सीमा की ओर से बूंदी तक 51 किलोमीटर सड़क का निर्माण पहले ही किया जा चुका है.
बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर तवाघाट से लिपुलेख तक 95 किलोमीटर लंबी सड़क का काम सीमा सड़क संगठन (BRO) की हीरक परियोजना के अधीन चल रहा है. कठोर चट्टानों के कारण लखनपुर से नजंग के बीच 3 किलोमीटर सड़क की कठिन चुनौती बनी हुई थी, लेकिन बीआरओ की टीम ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद नजंग तक सड़क काटकर तैयार कर दी है. अब नजंग मालपा के बीच 2 किलोमीटर सड़क की कटिंग बाकी है. जिसे पूरा करने का टारगेट 2019 के अंत तक रखा गया है.