बेरीनागः कुदरत की नेमत का दीदार करना हो तो आपके लिए मुनस्यारी सबसे मुफीद जगह है. यहां की वादियां देश-विदेश के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. इनमें मुनस्यारी मार्ग पर स्थित बिर्थी फॉल भी शामिल है. जो किसी पहचान का मोहताज नहीं है. यह फॉल करीब 125 मीटर ऊंचाई से गिरता है. जो हर सैलानियों के मन को मोह लेता है. यह स्थल अमूमन सैलानियों की चहल-पहल से गुलजार रहता है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते इस पर्यटक स्थल पर सन्नाटा पसरा हुआ है. ऐसे में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को आर्थिकी का सामना भी करना पड़ रहा है.
बता दें कि, बिर्थी फॉल (झरना) पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर मुनस्यारी मार्ग पर स्थित है. यह फॉल काफी ऊंचाई से गिरता है. यह पर्यटकों का पसंदीदा स्थल भी है. झरने के चलते काफी लोगों को भी रोजगार मिला है, लेकिन इस बार कोरोना ने पर्यटकों के कदमों को रोक दिया है. यहां स्थानीय लोगों ने होटल, दुकानें आदि खोले हैं. पर्यटकों के पाबंदी से अब उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जिससे फॉल के सहारे परिवार चलाने वाले लोग काफी परेशान हैं.
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वहीं, दूसरी ओर साल भर बहने वाले इस फॉल को देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक पहुंचते हैं, लेकिन पर्यटन विभाग और सरकार ने फॉल के बारे में विस्तृत जानकारी तक उपलब्ध नहीं कराई है. ऐसे में पर्यटक झरने के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल नहीं कर पाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि मसूरी के कैंपटी फॉल, रामनगर में कार्बेट फॉल आदि को पर्यटन विभाग ने पर्यटन के नक्शे में शामिल किया है. साथ ही पर्यटकों को सुविधाएं भी उपलब्ध कराई है. उसी तरह से बिर्थी फॉल को भी पर्यटन के नक्शे में शामिल करना चाहिए.
कैसे पहुंचे बिर्थी फॉल