बेरीनाग: उत्तराखंड सरकार ने छात्रों की कम संख्या को देखते हुए प्रदेश के आठ पॉलिटेक्निक कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिया है. बंद होने वाले कॉलेजों में बेरीनाग पॉलिटेक्निक भी है. हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. बता दें, बेरीनाग में 6 साल पहले सरकार ने जीआईसी बेरीनाग के भवन में अस्थाई रूप से पॉलिटेक्निक कॉलेज खोला था.
वर्तमान में चल रही स्टेट कांउसलिंग से बेरीनाग कॉलेज का नाम बाहर कर दिया गया है, जिससे अब प्राविधिक शिक्षा विभाग ने इस कॉलेज को बंद करने के साथ इसके भवन को महाविद्यालय को देने की तैयारी भी कर दी है. जिसको लेकर कांग्रेस ने विरोध करना शुरू कर दिया है. कांग्रेसी नेताओं ने सरकार से कॉलेज को बंद न करने की मांग की है.
पॉलिटेक्निक कॉलेज बंद होने से कांग्रेसियों में आक्रोश. वहीं गंगोलीहाट विधायक मीना गंगोला कहना है पूर्व में कांग्रेस सरकार ने बिना मानकों के यह कॉलेज खोल दिया था, जिससे यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को ड्रिगी तक नहीं मिल पा रही थी. कॉलेज को बंद नहीं होने दिया जायेगा. सीएम से वार्ता कर यहां पर अतिरिक्त ट्रेड के साथ कॉलेज खोला जायेगा.
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बता दें, बेरीनाग पॉलिटेक्निक कॉलेज में 25 सीट थी, जिसमें यहां पर छात्र-छात्राओं ने प्रवेश भी लिया. साल 2015 में तकनीकी शिक्षा विभाग ने 5 करोड़ 96 लाख की लागत से देवीनगर में पॉलिटेक्निक कालेज के भवन निर्माण के लिए धनराशि भी स्वीकृत कर दी. साल 2017 में 24 कमरों और प्रयोशाला का यह भवन भी बनकर तैयार हो गया. मात्र एक ट्रेड होने के कारण साल 2016 से यहां पर छात्रों ने प्रवेश लेना भी कम कर दिया. स्थानीय लोगों की मांग पर तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने यहां पर तीन अतिरिक्त ट्रेड खोलने की घोषणा भी की थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद यह घोषणा ठंडे बस्ते में चली गई.