बेरीनाग:राजकीय महाविद्यालय बेरीनाग के बीएड के छात्र छात्रायें शिक्षक बनने के पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन शिक्षक बनने वाले छात्र छात्राओं को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं. पिछले 12 दिनों से शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने के विरोध में 12वें दिन बाजार में सड़कों पर उतरकर शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की.
शहीद चौक में सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला दहन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. छात्र छात्राओं ने कहा कि पिछले 12 दिनों से शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर कक्षाओं का बहिष्कार किया जा रहा है. मोटी फीस जमा करने के बाद पढाने के लिए शिक्षक नहीं हैं यदि शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.
बेरीनाग में सड़क पर उतरे बीएड के छात्र बेरीनाग उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में आता है. ये इलाका पहले चाय बागानों के लिए जाना जाता था. 80-90 के दशकों में इन बागानों में चाय का उत्पादन समाप्त सा हो गया. फिर धीरे धीरे एक पूरे शहर ने यहां आकार ले लिया. बेरीनाग क्षेत्र राईआगर और उडियारी के माध्यम से आस-पास के अधिकतर हिस्सों से जुड़ा हुआ था. इसी कारण 2004 में डीडीहाट तहसील के 298 गांवों को स्थानांतरित कर बेरीनाग तहसील का गठन कर दिया गया. 2014 में नगर के केंद्र से होकर जाने वाली सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित हो गयी. राष्ट्रीय राजमार्ग 309ए नामक यह राजमार्ग बेरीनाग को अल्मोड़ा, बागेश्वर और गंगोलीहाट से जोड़ता है.
ये भी पढ़ें: बेरीनाग: हिपा गांव में सड़क नहीं, बीमार महिला को डोली में टांग कर पहुंचाया अस्पताल
शिक्षकों की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों में कुलदीप, शाशांक, रोहित, सोनिया, साक्षी, पूजा, हेमा, मोहित, सोहन आदि मौजूद थे. वर्तमान में बीएड में 9 शिक्षकों के पद रिक्त हैं.